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आईसीयू के बाहर जूते उतारने को कहा तो मेयर ने बुलडोजर मंगा लिया!

आईसीयू के बाहर जूते उतारने को कहा तो मेयर ने बुलडोजर मंगा लिया!

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अजीबोगरीब मामला सामने आया जब एक अस्पताल के आईसीयू में वीआईपी को नियम का पालन करने को कहा गया। जानिए, क्या हुआ।

लखनऊ के एक निजी अस्पताल में आईसीयू के बाहर जूते खोलने को कहने पर हंगामा मच गया। यहाँ तक कि बुलडोजर मंगा लिया गया। पुलिस तक पहुँच गई। हालांकि अस्पताल के निदेशक ने इन ख़बरों को झूठ बताया है। 

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह घटना सोमवार को घटी। शहर की मेयर सुषमा खरकवाल अस्पताल में दौरे पर गई थीं। नगर निगम के आर्मी ब्रिगेड से सेवानिवृत्त सैनिक सुरेन कुमार का इलाज लखनऊ के थाना बिजनौर स्थित निजी अस्पताल विनायक मेडिकेयर के आईसीयू में चल रहा था। रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान डॉक्टरों ने मेयर को जूते उतारने के लिए कहा।

वैसे, आमतौर पर आईसीयू में जूते-चप्पल पहनकर जाने की मनाही होती है। कहा जाता है कि बाहर से जूते-चप्पल पहनकर जाने से संवेदनशील मरीज़ों को संक्रमण का ख़तरा रहता है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ के अस्पताल में यह अनुरोध मेयर और अस्पताल प्रशासन के बीच तीखी नोकझोंक में बदल गया। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मेयर और उनके सहयोगियों ने जूते पहनकर आईसीयू में प्रवेश करने का प्रयास किया और उन्होंने बाधा डाली।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार तीखी नोकझोंक के बाद अस्पताल परिसर के बाहर पोस्टर लगाए गए और बुलडोजर लाया गया। हालाँकि, पुलिस के मौक़े पर पहुँचने के बाद स्थिति सामान्य हो गई।

अंग्रेजी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल के निदेशक मुद्रिका सिंह ने कर्मचारियों और शहर के मेयर के बीच बहस की ख़बरों को 'झूठा' बताया है। पत्रकारों से बात करते हुए अस्पताल निदेशक ने कहा कि मेयर ने अस्पताल का दौरा किया और डॉक्टरों से बातचीत की। सिंह ने कहा, 'उनके बीच कोई विवाद नहीं था।'

अस्पताल के निदेशक ने कहा, 'मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म मेयर और डॉक्टरों के बीच बैठक के संबंध में भ्रामक खबरें प्रसारित कर रहे हैं। ये दावे पूरी तरह से निराधार हैं और इन्हें प्रचारित नहीं किया जाना चाहिए।'

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