लखनऊ में बने लुलु मॉल के बाहर शुक्रवार को सुंदरकांड पढ़े जाने को लेकर एक बार फिर से हंगामा हुआ। इसके बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली हैं। इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
बता दें कि बीते कई दिनों से लुलु मॉल को लेकर सोशल मीडिया पर जोरदार चर्चा है। कुछ दिन पहले लुलु मॉल के भीतर नमाज़ पढ़े जाने का एक वीडियो सामने आया था। इसके बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने चेतावनी दी थी कि उसके कार्यकर्ता लुलु मॉल के अंदर सुंदरकांड का पाठ करेंगे। पुलिस से हुई बातचीत के बाद इसे टाल दिया गया था।
लेकिन इसके बावजूद भी एक अन्य हिंदू संगठन के तीन कार्यकर्ताओं ने मॉल के अंदर सुंदरकांड पढ़ने की कोशिश की। ये सभी लोग हिंदू समाज पार्टी से जुड़े हैं। पुलिस चौथे शख्स अरशद अली के बारे में जानकारी जुटा रही है।
हिंदू समाज पार्टी की अध्यक्ष किरण तिवारी को भी पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया। किरण तिवारी ने कहा था कि वह लुलु मॉल में जाकर सुंदरकांड का पाठ करेंगी।
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की मांग है कि मॉल के अंदर नमाज पढ़ने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए वरना 1 हफ्ते के बाद वे आंदोलन करेंगे।
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि लुलु मॉल के अंदर मुस्लिम समुदाय के युवकों की ज्यादा नियुक्ति की गई है। इसे लेकर मॉल प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने वॉक इन इंटरव्यू के आधार पर लोगों को नौकरी दी है और इस बारे में लगाए गए तमाम आरोप गलत हैं।
हिंदू संगठनों का कहना है कि जब लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ी जा सकती है तो हिंदू और बाकी समुदाय के नेताओं को भी उनकी प्रार्थना करने की इजाजत दी जानी चाहिए। इस मामले में पुलिस और प्रशासन ने कई और एफआईआर दर्ज की हैं।
मॉल प्रबंधन ने लगाया नोटिस
लगातार हो रहे विवाद के बाद लुलु मॉल के प्रबंधन ने मॉल में कई जगहों पर नोटिस लगा कर कहा है कि यहां किसी भी तरह की धार्मिक प्रार्थना करने की इजाजत नहीं है। इस साल 10 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मॉल का उद्घाटन किया था। लेकिन उसके बाद मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आने के बाद यह मॉल अचानक से विवादों में आ गया।
लुलु अरबी भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है मोती।