लोकसभा 2024ः आप के दिल्ली-हरियाणा में 5 प्रत्याशी घोषित, विधायकों को उतारा
दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने मंगलवार 27 फरवरी को चार सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए। यहां पर उसका कांग्रेस से समझौता है। यानी चार सीटों पर इंडिया गठबंधन की ओर से भाजपा का मुकाबला आप सीधे करेगी। आप ने चार मौजूदा विधायकों को उम्मीदवार बनाया है। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के दिल्ली आवास पर आप की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में उम्मीदवारों के नामों पर फैसला लेकर इसकी घोषणा की गई।
East Delhi General Seat है। यहाँ से हमने SC समाज के @KuldeepKumarAAP को टिकट दिया है।
— AAP (@AamAadmiParty) February 27, 2024
कोई पार्टी General Seat से SC समाज को टिकट नहीं देती।
कुलदीप कुमार एक सफ़ाई कर्मचारी के बेटे हैं, बेहद ग़रीब परिवार से आते हैं।
आप सभी का आशीर्वाद चाहिए।
-CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/L1mGNamJCn
दिल्ली में AAP ने नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। नई दिल्ली के लिए, AAP ने सोमनाथ भारती को नामित किया है; पश्चिम के लिए, महाबल मिश्रा हैं। पूर्व से कुलदीप कुमार को जबकि दक्षिणी दिल्ली सीट से सहीराम पहलवान को उम्मीदवार बनाया गया है। महाबल मिश्रा हालांकि कांग्रेस नेता है, लेकिन उन्हें आप की ओर से यह सीट मिली है।
दिल्ली की सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन AAP के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि 2014 और 2019 के आम चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें जीती थीं। AAP और उसके सहयोगी दल कांग्रेस के बीच हाल ही में दिल्ली में सीट-बंटवारे पर समझौता हुआ है। इसलिए, AAP ने अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं जो चार सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि कांग्रेस तीन निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारेगी।
आम आदमी पार्टी ने अपने राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता को हरियाणा के कुरूक्षेत्र से लोकसभा चुनाव मैदान में उतारा है। यह सीट आप को कांग्रेस से गठबंधन के तहत मिली है। आप का मौजूदा विधायकों और सांसद को टिकट देना बता रहा है कि वो किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती। अगर मौजूदा विधायक लोकसभा चुनाव हारते हैं तो पार्टी को ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। यही स्थिति हरियाणा की एकमात्र सीट की भी है, जहां राज्यसभा सांसद को उतारा गया है।
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने इसी तरह का सीट बंटवारे का फॉर्मूला प्रस्तावित किया गया था। लेकिन दोनों पक्षों के बीच बातचीत नाकाम हो गई थी। भाजपा ने 2019 के चुनावों में सभी सात सीटों पर आप और कांग्रेस को करारी शिकस्त दी थी, जिन्होंने 50% से कम वोट हासिल किए थे। हालांकि अगर दोनों मिलकर लड़ते हैं तो भाजपा पर भारी पड़ सकते हैं।
दिल्ली के अलावा, AAP और कांग्रेस ने गुजरात, चंडीगढ़ और गोवा में सीट बंटवारे को भी अंतिम रूप दे दिया। हालाँकि, इंडिया गठबंधन के सहयोगी पंजाब में सीट-बंटवारे का समझौता नहीं कर सके, जहाँ AAP ने पहले कहा था कि वह सभी 13 लोकसभा क्षेत्रों पर चुनाव लड़ेगी। लेकिन जो हालात बन रहे हैं, उसमें कोई ताज्जुब नहीं कि आप पंजाब में भी कांग्रेस से समझौता कर ले और उसे ज्यादा सीटें ऑफर कर दे।
पंजाब की सीटों पर आप के गोपाल राय ने कहा, "पंजाब लोकसभा उम्मीदवारों के नाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे।"