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मोदी इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैंः यूपी में 2 दिनों में 7 रैलियां

मोदी इतनी मेहनत क्यों कर रहे हैंः यूपी में 2 दिनों में 7 रैलियां

मोदी गुरुवार 16 मई को आजमगढ़ में थे। तमाम इंतजाम के बावजूद पसीना-पसीना थे। हिन्दुओं की रक्षा का संकल्प ले रहे थे। सीएए पर ललकार रहे थे। लेकिन मोदी जल्दी में थे। यह सिलसिला यूपी के गंगा-जमुनी तहजीब में दो दिन चलना है। दो दिनों सात रैलियां। पूर्वांचल में मोदी क्या बोलेंगे, उसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। लेकिन यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि दो दिनों में इतनी रैलियां मोदी को कभी नहीं करना पड़ी। समझिएः

पीएम मोदी से लेकर भाजपा के तमाम नेता अगले दो दिनों में पूर्वांचल में कई बड़ी रैलियां करने वाले हैं। हालांकि शुक्रवार को कांग्रेस की भी एक बड़ी रैली रायबरेली में है। लेकिन दो दिनों में मोदी की सात रैली के मुकाबले इंडिया की एक रैली की क्या बिसात। भाजपा को 2019 में 62 सीटें यूपी से मिली थीं। इस बार जब नारा 400 पार का है तो 80 में से 90 जीतने के लिए जोर लगाया जा रहा है। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी की रैली में संसाधन भरपूर होते हैं लेकिन मतदाता कितने प्रभावित होते हैं, यह महत्वपूर्ण है। लेकिन मोदी तो मेहनत कर ही रहे हैं। 

लोकसभा चुनाव के तीन चरण यूपी में अभी बाकी हैं। इन तीन चरणों में 41 सीटों पर वोट पड़ेंगे। 14 सीटों पर पांचवें चरण का मतदान 20 मई को है। अंतिम चरण का मतदान 1 जून को है। मोदी अभी 13 और 14 मई को वाराणसी से वापस गए हैं। वो अपना नामांकन दाखिल करने आए थे। लेकिन अब उन्हें फिर से आना पड़ा है। वो 16 मई और शुक्रवार 14 मई को सात रैलियों को पूर्वांचल में ही संबोधित करने वाले हैं। 16 मई को उन्होंने आजमगढ़ से शुरुआत की थी। 

मोदी ने गुरुवार 16 मई को प्रतापगढ़, लालगंज (आजमगढ़) जौनपुर के मछलीशहर और भदोही में रैलियां की हैं। पूर्वांचल स्थित इन सीटों पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। यह पीएम मोदी की यूपी में एक दिन में सबसे ज्यादा सार्वजनिक सभाएं हैं। बता दें कि जौनपुर में कृपाशंकर सिंह भाजपा प्रत्याशी हैं। 

पूर्वांचल में भाजपा का मुकाबला सीधे इंडिया गठबंधन से है। 2019 के लोकसभा चुनाव में मछलीशहर को छोड़कर, भाजपा तीन अन्य सीटें - आज़मगढ़, लालगंज और जौनपुर सपा गठबंधन से हार गई थी। पिछला चुनाव सपा ने बसपा के साथ लड़ा था। इस बार सपा का समझौता कांग्रेस से है। पूर्वांचल की सभी सीटों पर भाजपा को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस 2019 में सिर्फ रायबरेली की सीट जीत पाई थी।

रैलियों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री गुरुवार रात को लखनऊ लौट जाएंगे और गवर्नर हाउस में रुकेंगे। इसके बाद वो फिर शुक्रवार 17 मई को बाराबंकी, फतेहपुर और हमीरपुर में तीन और रैलियों को संबोधित करेंगे। मोदी अगले हफ्ते भी यूपी में कई रैलियों को संबोधित करेंगे। याद दिला दें कि यूपी की मौजूदा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुजरात की पूर्व सीएम रह चुकी हैं। मोदी के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी घूम-घूमकर रैलियां कर रहे हैं।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती भी अपने उम्मीदवारों के लिए घूम रही हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रही हैं और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार भी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं। कुल मिलाकर तेज गर्मी में पूर्वांचल का पारा और चढ़ने वाला है। मतदाता इतनी गर्मी में रैलियों को किस तरह लेंगे, यह समझने की बात है।

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