अमित शाह की रायबरेली रैली में महिलाएं क्या पैसे के लालच में लाई गईं?
रायबरेली में रविवार को अमित शाह की रैली के दौरान यूट्यूब मोलिटिक्स के पत्रकार राघव त्रिवेदी को जमकर पीटा गया और एक कमरे में बंधक बनाकर "बंद" कर दिया गया। ये आरोप पत्रकार राघव त्रिवेदी ने लगाए हैं। उन्होंने बताया कि अमित शाह की रैली में आई कुछ महिलाओं के उन्होंने इंटरव्यू किए तो उन लोगों ने बताया कि उन्हें पैसे का लालच देकर लाया गया है। राघव ने सोमवार को वो वीडियो क्विप सार्वजनिक कर दी। उस क्लिप को उन्हीं के हवाले से लगाया जा रहा है। सत्य हिन्दी न तो उनके आरोपों की पुष्टि कर रहा है और न ही इस वीडियो क्लिप की पुष्टि कर रहा है। देखिए राघव त्रिवेदी का एक्स पर वीडियो-
ये वो वीडियो क्लिप है जिसको बचाने के लिए मुझे अमित शाह की रैली में लिंचिंग का शिकार होना पड़ा, ये वो क्लिप है जो 400 पार के खोखले दावे की सच्चाई दिखा रही है, वो भाजपाई साथी जो मुझे पीट रहे थे उन्हें बस ये क्लिप चाहिए थे जो मैंने उनको नहीं दी और अब उपलोड कर रहा हूँ.
— Raghav trivedi (@RaghavTrivedi18) May 13, 2024
हां ये सच है… pic.twitter.com/AoUB6BdKZT
राघव त्रिवेदी ने एक्स पर लिखा है- ये वो वीडियो क्लिप है जिसको बचाने के लिए मुझे अमित शाह की रैली में लिंचिंग का शिकार होना पड़ा, ये वो क्लिप है जो 400 पार के खोखले दावे की सच्चाई दिखा रही है, वो भाजपाई साथी जो मुझे पीट रहे थे उन्हें बस ये क्लिप चाहिए थे जो मैंने उनको नहीं दी और अब अपलोड कर रहा हूँ. हां ये सच है कि अमित शाह की रैली में आये लोग अमित शाह को नहीं जानते थे और उन्हें 100-200 रुपये का लालच देकर लाया गया था।
एक अलग इंटरव्यू में राघव त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें "मुल्ला (मुस्लिम)" और "आतंकी" कहा, क्योंकि रैली में भाग लेने के लिए महिलाओं को भुगतान किए जाने के बारे में "वीडियो क्लिप" बनाने पर उन पर हमला किया था। राघव ने कहा कि उनसे रैली स्थल छोड़ने के लिए कहा गया। उनका कॉलर पकड़कर उन्हें लात-घूंसों से मारा गया। उनसे वीडियो क्लिप हटाने के लिए भी कहा गया। जब राघव ने भाजपा कार्यकर्ताओं को बताया कि क्लिप तो कैमरामैन के पास है और वो रैली स्थल से जा चुका है तो भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला करना शुरू कर दिया। उसमें और लोग भी शामिल हो गए। फिर उन्हें खींचकर एक अस्थायी कमरे में ले जाया गया, जो मीडिया लॉबी के नाम से बना था।
Thank You @AmitShahOffice ji
— Raghav trivedi (@RaghavTrivedi18) May 12, 2024
ये जानकार हिम्मत और बढ़ गयी की आपमें पिटती हुई मीडिया को देखने का सामर्थ्य है मगर आँख में आँख मिलाकर सवाल करने वालों को जवाब देने का सामर्थ्य नहीं है. ..
अपनी माँ की तरफ से भी आपको शुक्रिया भेज रहा हुँ क्योंकि #MothersDay का इससे बेहतर तोहफा एक गृह… pic.twitter.com/46aZEjhFHU
राघव त्रिवेदी का आरोप है कि इस घटना के समय वहां कई पत्रकार और "40-50 पुलिसकर्मी" भी थे। मैं लोगों से मदद मांगता रहा, उन्हें रोकने का अनुरोध करता रहा। लेकिन कोई भी मेरे बचाव में नहीं आया। उन्होंने मुझे 150-200 बार मुक्का मारा। जब मैं बेहोश होने लगा तो उन्होंने मुझे वहां से बाहर निकाला। फिर मुझे किसी ने अस्पताल पहुंचाया।
घटना की सूचना मिलते ही कई कांग्रेसी कार्यकर्ता, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल घायल पत्रकार राघव त्रिवेदी का हालचाल पूछने अस्पताल पहुंच गए। कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी आदि ने इस घटना पर ट्वीट भी किया। कांग्रेस पार्टी ने कहा- यूपी के रायबरेली में अमित शाह की रैली थी। यहां महिलाओं ने एक पत्रकार को बताया कि उन्हें पैसे देकर रैली में लाया गया है। पत्रकार ने यह बात रिकॉर्ड कर ली। इसके बाद BJP के गुंडों ने पत्रकार को पकड़ लिया और उससे वीडियो डिलीट करने को कहा। जब पत्रकार ने मना किया तो BJP के गुंडों ने उसे अगवा कर लिया, फिर मंच के पीछे एक कमरे में ले जाकर बुरी तरह पीटा। पत्रकार से रुपए भी छीन लिए। BJP के गुंडों ने हाल ही में अमेठी के कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला किया था। ये घटनाएं बता रही हैं कि BJP के लोग सामने दिख रही हार से बौखला चुके हैं। अब अन्याय का अंत होने को है।
इस घटना की प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने निन्दा की है। प्रेस क्लब ने कहा- प्रेस क्लब ऑफ इंडिया इस हमले की कड़ी निंदा करता है। हम चुनाव आयोग और स्थानीय अधिकारियों से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं। रोजमर्रा की रिपोर्टिंग में पत्रकारों को नियमित रूप से शारीरिक धमकी, उत्पीड़न और हमले का शिकार होना पड़ता है। ऐसी चीजें लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने के नाते भारत को कमजोर करती हैं।'
The Press Club of India vehemently condemns the attack on @moliticsindia journalist, Raghav Trivedi while he was covering the Union home minister, Amit Shah’s rally in Rae Bareli, UP
— Press Club of India (@PCITweets) May 12, 2024
We urge the EC and local authorities to ensure strict action against the attackers.
सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक्स पर कहा- हिंसा हार की निशानी होती है। भाजपा की रायबरेली की एक रैली में पैसे देकर लाए गये लोगों के बारे में जब दिल्ली के एक पत्रकार ने सच सबके सामने लाना चाहा तो भाजपाइयों ने उसके ऊपर हमला कर दिया। यही है उप्र में क़ानून-व्यवस्था का सच। जब देश के गृहमंत्री की रैली में ये हाल है, जिनके अधीन पुलिस होती है तो फिर बाक़ी देश का कितना बुरा हाल होगा, कहने की ज़रूरत नहीं। भाजपा हिंसक माहौल बनाकर चुनाव जीतना चाहती है।
हिंसा हार की निशानी होती है। भाजपा की रायबरेली की एक रैली में पैसे देकर लाए गये लोगों के बारे में जब दिल्ली के एक पत्रकार ने सच सबके सामने लाना चाहा तो भाजपाइयों ने उसके ऊपर हमला कर दिया।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 12, 2024
यही है उप्र में क़ानून-व्यवस्था का सच। जब देश के गृहमंत्री की रैली में ये हाल है, जिनके… pic.twitter.com/R7NYz6MuG0
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ट्वीट देखिए-
आज देश में दो तरह की मीडिया हैं -
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 12, 2024
एक वो जिनकी पीठ ‘झूठ और नफ़रत’ फैलाने पर प्रधानमंत्री खुद थपथपाते हैं।
दूसरे वो जो ‘सच की आवाज़’ उठाने की कीमत अपनी जान जोखिम में डाल कर चुका रहे हैं।
देश के गृहमंत्री की सभा में बस अपना काम कर रहे एक जुझारू पत्रकार के साथ पुलिस के संरक्षण… https://t.co/mR9PRb7p6b
जानी-मानी लोक गायिका नेहा सिंह राठौर का एक्स पर ट्वीट देखिए-
ग्राउंड रिपोर्टिंग में सवाल पूछने वाले पत्रकार का ये हश्र इसलिए किया गया क्योंकि स्टूडियो में बैठे ज़्यादातर लोग पत्रकारिता में नाम पर दलाली कर रहे हैं.
— Neha Singh Rathore (@nehafolksinger) May 12, 2024
उनकी दलाली की क़ीमत इस ईमानदार पत्रकार को चुकानी पड़ी.
कितनी अजीब बात है न!
देश के गृहमंत्री जी की सभा में मारपीट की गई और… pic.twitter.com/9FWH9KlWkl
जाने-माने पत्रकार रवीश कुमार का ट्वीट-
शर्मनाक है। ये चाहते ही यहीं हैं कि कोई ग्राउंड पर जाकर तथाकथित महान योजनाओं की तस्वीर न दिखा दे। एक तरफ़ कठपुतलियों को इंटरव्यू दिए जा रहे हैं दूसरी तरफ़ पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं। https://t.co/pKZsMTq3eW
— ravish kumar (@ravishndtv) May 13, 2024
भारत मीडिया की आजादी के मामले में लगातार पिछड़ रहा है। भारत की रैंक 2024 में 159वें स्थान पर है। पाकिस्तान की स्थिति भारत से इस मामले में बेहतर है। लेकिन मोदी सरकार भारत में प्रेस की आजादी की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग को प्रचार बताती रही है और इसी आधार पर खारिज करती रही है। यानी दुनिया कुछ भी कहे मोदी सरकार उसे नहीं मानती।
हाल ही में पीएम मोदी अपनी हेट स्पीच के कारण अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आलोचना का शिकार बने। अमेरिकी, ब्रिटिश, ऑस्ट्रेलियाई अखबारों ने उन पर लेख प्रकाशित किए कि किस तरह भारत में आम चुनाव को पीएम मोदी ने नफरती माहौल में बदल दिया है। सरकार ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।