शाहजहाँपुर कोर्ट परिसर में हत्या का आरोपी वकील गिरफ़्तार, 4 पुलिसकर्मी निलंबित
उत्तर प्रदेश में शाहजहाँपुर के अदालत परिसर में सोमवार को एक वकील की गोली मारकर हत्या करने के मामले में आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया गया है। आरोपी भी वकील ही है। दोनों के बीच लंबे समय से मुक़दमेबाज़ी चल रही थी। अब इस मामले में सुरक्षा में लापरवाही को लेकर एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
प्रथम दृष्टया जाँच में पता चला है कि वारदात आपसी मुक़दमेबाज़ी की रंजिश में हुई। वकील भूपेंद्र प्रताप सिंह की वकील सुरेश चंद्र गुप्ता से आपसी रंजिश थी। रिपोर्ट है कि दोनों ने एक दूसरे के ख़िलाफ़ विभिन्न आरोपों में दर्जन भर से ज़्यादा मुक़दमे दर्ज कराए थे। इसको लेकर आपस में कई बार विवाद भी हुआ था। बहरहाल, हत्या कोर्ट परिसर के एक भवन में तीसरी मंजिल पर रिकॉर्ड रूम के सामने की गई। वकील का शव फर्श पर ख़ून से सना हुआ था। पास में ही एक देसी पिस्टल भी बरामद हुई है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि वकील को गोली तब मारी गई जब वह किसी से बात कर रहे थे। एकाएक जोर से गोली चलने की आवाज़ आई और वह फर्श पर गिर पड़े। शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया कि हत्यारे ने पीछे से फायरिंग की और वह पिस्टल वहीं फेंककर भाग गया।
मृतक वकील की पहचान शाहजहाँपुर के ईदगाह निवासी भूपेंद्र प्रताप सिंह के रूप में की गई है। 36 वर्षीय भूपेंद्र ने कुछ वर्ष पहले ही वकालत शुरू की थी। घटना दोपहर क़रीब सवा 12 बजे हुई। सूचना मिलने पर डीएम इंद्र विक्रम सिंह तथा एसपी एस आनंद सहित अन्य अधिकारी घटना स्थल पर पहुँचे।
पुलिस ने घटना का मुआयना किया। फ़ोरेंसिक जाँच टीम भी इसकी जाँच करने में जुटी हुई है। शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि हत्या को अंजाम देने वाला बदमाश अकेला था।
राज्य में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर विपक्ष योगी सरकार की लगातार आलोचना करता रहा है। शाहजहाँपुर के अदालत परिसर में इस घटना के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी सरकार की क़ानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं और पूछा है कि यूपी में आख़िर कौन सुरक्षित है?
यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) October 18, 2021
समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव ने भी प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि "भाजपा सरकार में उप्र ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग क्राइम’ में ‘नंबर वन’ हो गया है।"
शाहजहाँपुर में कोर्ट में ही एक वकील की सरेआम हत्या ने ‘एनकाउंटर सरकार’ के झूठे प्रचार का सच जनता के सामने लाकर रख दिया है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 18, 2021
भाजपा सरकार में उप्र ‘ईज़ ऑफ़ डूइंग क्राइम’ में ‘नंबर वन’ हो गया है। #भाजपा_ख़त्म
राज्य में क़ानून-व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव भी हमलावर रहे हैं। उन्होंने तो हाल में यहाँ तक कहा था कि बीजेपी सरकार का सम्पूर्ण प्रशासन अपराधियों के आगे नतमस्तक है। दुष्कर्म के लगातार आते मामलों का ज़िक्र कर उन्होंने कहा था कि यूपी पूरी तरह जंगल राज में बदल गया है जहाँ अपराधी बेलगाम हैं और बहन-बेटियां हैवानियत की शिकार हैं।