लखीमपुर कांड के ख़िलाफ़ 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद
लखीमपुर खीरी कांड पर लोगों का गुस्सा उत्तर प्रदेश से बाहर भी फैल रहा है। महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास अघाड़ी के घटक दलों ने 11 अक्टूबर को राज्य व्यापी बंद का एलान किया है।
शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने लखीमपुर कांड के खिलाफ़ महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है।
एनसीपी के नेता जयंत पाटिल ने पत्रकारों से कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने लखीमपुर खीरी की घटना पर दुख जताया है और मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
इसके पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने लखीमपुर खीरी की घटना पर विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर नाराज़गी जताते हुए पूछा था कि क्या उत्तर प्रदेश पाकिस्तान में है जो भारतीयों को वहाँ जाने से रोका जा रहा है?
क्या कहना है संजय राउत का?
संजय राउत ने पुलिस प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह तो एक पिंजरे में बंद तोते की तरह है, जो सरकार निर्देश देती है, प्रशासन उसी का पालन करता है।
राउत ने यह भी कहा कि लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ने के सबूत हैं।
बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों पर तेज रफ़्तार से अपनी गाड़ी चढ़ा कर उन्हें रौंद दिया। इस कांड में कुल आठ लोगों की मौत हो गई।
आशीष मिश्रा को अब तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में लखीमपुर के तिकोनियाँ कोतवाली में आशीष मिश्रा समेत 15-20 अज्ञात लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया गया है।
ये मुकदमे हत्या,आपराधिक साजिश और अन्य गम्भीर धाराओं में दर्ज किए गए हैं।
किसानों की तहरीर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का भी नाम था पर एफआईआर में मंत्री का नाम नहीं है।