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लखीमपुर: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर मिले चोट के निशान

लखीमपुर: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर मिले चोट के निशान

परिजनों ने शुरुआत में दोनों बहनों का अंतिम संस्कार करने से इनकार किया। लेकिन बाद में प्रशासन के द्वारा वित्तीय सहायता दिए जाने और कार्रवाई करने की मांग माने जाने के बाद वे अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। 

लखीमपुर खीरी के निघासन में दो नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके मिलने के मामले में पुलिस ने 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि लड़कियों से उनकी मर्जी के खिलाफ शारीरिक संबंध बनाए गए। 

सूत्रों के मुताबिक, 17 साल की बड़ी बहन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर तीन जगहों पर चोटों के निशान मिले हैं। इसके अलावा गला घोंटने के निशान भी उसकी गर्दन पर मिले हैं। परिजनों ने शुरुआत में दोनों बहनों का अंतिम संस्कार करने से इनकार किया। लेकिन बाद में प्रशासन के द्वारा वित्तीय सहायता दिए जाने और कार्रवाई करने की मांग माने जाने के बाद वे अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। परिजनों का कहना था कि अभियुक्तों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने एक करोड़ रुपए मुआवजा देने, परिजनों को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है।

इस मामले में अभियुक्त बनाए गए 6 लोग- छोटू, जुनैद, सुहैल, आरिफ, करीमुद्दीन, हफीजुर्रहमान हैं और ये सभी लालपुरवा गांव के रहने वाले हैं। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने कहा कि छोटू ने ही लड़कियों की अभियुक्तों से दोस्ती करवाई थी लेकिन वह मौके पर नहीं गया था। पुलिस ने अपहरण की बात से इनकार किया है। 

जबकि इस मामले में मृतक लड़कियों की मां ने कहा है कि बाइक पर आए कुछ लोगों ने लड़कियों का अपहरण कर लिया था। परिजनों ने उनका बलात्कार और हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। 

पुलिस अधीक्षक ने आज तक से बातचीत में कहा कि जुनैद और सुहैल ने लड़कियों के साथ शारीरिक संबंध बनाए। लेकिन लड़कियों ने जब शादी की बात कही तो इन लोगों ने उनकी हत्या कर दी। इसके बाद जुनैद और सुहैल ने अपने दोस्तों को बुलाया और नाबालिग बहनों के शवों को पेड़ से लटका दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दोनों लड़कियां जुनैद और सुहैल पर शादी करने का दबाव बना रही थी। छोटी बहन की दोस्ती सुहैल से थी जबकि बड़ी बहन की दोस्ती जुनैद से थी। 

उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि सभी अभियुक्त आपस में दोस्त हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि परिजनों की उपस्थिति में ही पोस्टमार्टम कराया गया है और उन्हें पूरी तरह से विश्वास में लिया गया है। 

एफआईआर दर्ज 

इस मामले में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कर ली है। पुलिस ने आईपीसी की हत्या और बलात्कार से जुड़ी धाराओं के साथ ही पॉक्सो एक्ट के तहत भी मुक़दमा दर्ज किया है। 

गांव के एक व्यक्ति ने नाबालिग दलित बहनों के शव पेड़ से लटके देखे और ग्रामीणों को इस बात की सूचना दी। इसके बाद ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन किया और सड़क को जाम कर दिया। हालात बिगड़ने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होगी और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

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