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बीमार केजरीवाल की सेहत पर विवाद बढ़ा, तिहाड़ की रिपोर्ट क्या कहती है

बीमार केजरीवाल की सेहत पर विवाद बढ़ा, तिहाड़ की रिपोर्ट क्या कहती है

आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल की सेहत को लेकर तिहाड़ जेल की रिपोर्ट सामने आने के बाद विवाद और बढ़ गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल ने तिहाड़ के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी। रिपोर्ट शनिवार को सौंपी गई। जानिए इसमें क्या कहा गया और अब पार्टी के आरोप क्या हैंः

तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी से कई महीने पहले इंसुलिन लेना बंद कर दिया था और वह डायबिटीज की दवा ले रहे हैं। यह बात जेल अधिकारियों ने उस रिपोर्ट में कही है, जो एलजी वीके सक्सेना को सौंपी गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाए थे कि केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद एलजी ने रिपोर्ट मांगी थी।

तिहाड़ महानिदेशक की रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की समीक्षा 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को एक मेडिसिन एक्सपर्ट द्वारा की गई थी, जिन्होंने डायबिटीज की दवा लेने की सलाह दी थी और यह कहना गलत है कि केजरीवाल को जेल में इंसुलिन देने से इनकार किया गया था।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जेल डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इसे केजरीवाल को "जब जब जरूरत होगी" दिया जा सकता है। अब आप नेता आतिशी ने दावा किया कि इस रिपोर्ट ने केजरीवाल को जेल में "हत्या करने की साजिश" का "पर्दाफाश" कर दिया है, जबकि भाजपा ने आप से इस मुद्दे पर अपना "झूठा अभियान" बंद करने को कहा है।

एक बयान में, आप ने कहा कि केजरीवाल 'इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम' पर थे। लेकितन जेल में इसे "बंद" कर दिया गया। इसकी तिहाड़ के डॉक्टरों ने दवा लेने की सलाह दी। सीएम केजरीवाल टाइप- II डायबिटीज के गंभीर मरीज हैं और इंसुलिन पर निर्भर हैं, उनका ब्लड शुगर लेवल बनाए रखने के लिए इंसुलिन जरूरी है। केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार हाई रहता है। इसलिए उन्हें इंसुलिन की जरूरत पड़ती है।

आप ने आरोप लगाया कि “भाजपा के इशारे पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश चल रही है। मुख्यमंत्री 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं, उन्हें इंसुलिन देने में तिहाड़ प्रशासन को क्या दिक्कत है?' दिल्ली की मंत्री आतिशी का दावा है कि जेल जाने से पहले केजरीवाल रोजाना 50 यूनिट इंसुलिन लेते थे। जबकि तिहाड़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि केजरीवाल तेलंगाना स्थित एक निजी डॉक्टर की देखरेख में थे और कुछ महीने पहले इंसुलिन लेना बंद कर दिया था। अपनी गिरफ्तारी के समय, वह "मेटफॉर्मिन" नामक दवा ले रहे थे। तिहाड़ जेल में अपने मेडिकल चेक-अप के दौरान, केजरीवाल ने डॉक्टरों को बताया था कि वह पिछले कुछ वर्षों से इंसुलिन ले रहे थे और कुछ महीने पहले इसे लेना बंद कर दिया था। 

बता दें कि केजरीवाल को दिल्ली सरकार की अब समाप्त हो चुकी शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। ईडी की कस्टडी के बाद अब वह 1 अप्रैल से तिहाड़ जेल में बंद हैं।

आरएमएल अस्पताल के मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार, केजरीवाल को "न तो किसी इंसुलिन की सलाह दी गई और न ही इंसुलिन की कोई जरूरत बताई गई।" रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की समीक्षा 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को मेडिसिन एक्सपर्ट द्वारा की गई थी। मेडिसिन एक्सपर्ट ने केजरीवाल की जांच करने के बाद कहा, "विचाराधीन कैदी (केजरीवाल) के ब्लड शुगर का लेवल चिंताजनक नहीं है, और फिलहाल इंसुलिन की जरूरत नहीं है।"

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