के चन्द्रशेखर राव यानी केसीआर की बीआरएस ने तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए 115 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। केसीआर अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र गजवेल के अलावा कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ेंगे। चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है। चुनाव इस साल के अंत तक होने की उम्मीद है। हालाँकि, 2018 में भी केसीआर ने चुनाव तारीख़ों की घोषणा से पहले ही अपनी पार्टी के उम्मीदवार घोषित कर दिए थे।
घोषणा करते समय के चंद्रशेखर राव ने दावा किया कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में 95-105 सीटें जीतेगी। उन्होंने दो सीटों पर खुद के चुनाव लड़ने को पार्टी का निर्णय बताया है। उन्होंने कहा कि कामारेड्डी विधायक ने व्यक्तिगत रूप से उनसे अपनी सीट से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था और इसी तरह के अनुरोध निज़ामाबाद और कुछ अन्य जिलों से भी किए गए थे, और इसलिए उन्होंने गजवेल के अलावा कामारेड्डी से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
एक संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को केसीआर ने कहा कि घोषित सूची में केवल सात बदलाव हैं और पार्टी का चुनाव घोषणापत्र 16 अक्टूबर को वारंगल में एक विशाल सार्वजनिक बैठक में जारी किया जाएगा। चार निर्वाचन क्षेत्रों- नामपल्ली, नरसापुर, गोशामहल और जनगांव में उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की गई है।
मौजूदा विधायकों के अलावा, बोथ, खानापुर, वायरा, कोरुतला, उप्पल, आसिफाबाद और मेटपल्ली के लिए नए उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। केसीआर ने उन लोगों से कहा कि जो टिकट पाने में असफल रहे, वे पार्टी के लिए काम करना जारी रखें और अवसर उनके रास्ते में आएंगे। केसीआर ने सभी उम्मीदवारों की सफलता की कामना करते हुए कहा कि शुभ समय और दिन को देखते हुए दोपहर 2.38 बजे के बाद सूची जारी की गई है।
घोषणा के बाद केसीआर की बेटी और भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस एमएलसी के कविता ने कहा कि उम्मीदवारों की यह सूची मुख्यमंत्री के नेतृत्व और बीआरएस के शासन में लोगों के विश्वास को दर्शाता है।
बता दें कि सितंबर 2018 में मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल की समाप्ति से लगभग आठ महीने पहले केसीआर ने जल्द चुनाव के लिए राज्य विधानसभा को भंग कर दिया था और विपक्ष को आश्चर्यचकित करने के लिए उसी दिन 105 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की थी। चुनाव अधिसूचना बाद में घोषित की गई और राज्य में तीन महीने बाद 7 दिसंबर को मतदान हुआ।
2018 के विधानसभा चुनावों में बीआरएस 119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा में 88 सीटें जीतने में कामयाब रही। कांग्रेस और एआईएमआईएम को क्रमश: 19 और 7 सीटें मिलीं। बीजेपी राज्य में केवल 1 सीट जीतने में सफल रही।
बहरहाल, असंतोष के बारे में पूछे जाने पर केसीआर ने कहा कि जो कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होगा, उसे बाहर कर दिया जाएगा। कर्नाटक में जीत के बाद राज्य में कांग्रेस पार्टी के पुनरुत्थान के बारे में केसीआर ने दोहराया कि इसका तेलंगाना पर कोई असर नहीं होगा।