कर्नाटक चुनाव में बीजेपी को शनिवार को फिर से झटका लगा है। भाजपा के दो नेताओं- पूर्व विधायक विश्वनाथ पाटिल हेब्बल और अरविंद चौहान ने शनिवार को पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। बेंगलुरु में कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार की उपस्थिति में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली।
इससे पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार 17 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल हो गए थे। ये बीजेपी के लिए चुनाव से पहले सबसे तगड़ा झटका था। बीजेपी द्वारा टिकट नहीं दिए जाने के बाद शेट्टार ने रविवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि मैं कांग्रेस की धर्मनिरपेक्ष नीतियों में विश्वास करता हूं और मुझे बीजेपी को साम्प्रदायिक बताने में कोई शर्म नहीं है।
शेट्टार के शामिल होने से दो दिन पहले ही कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी से इस्तीफा देने वाले पूर्व डिप्टी सीएम लक्ष्मण सावदी भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सावदी पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बाद कर्नाटक में बीजेपी के सबसे वरिष्ठ लिंगायत नेताओं में से एक थे। सावदी 2018 के चुनाव में अथानी निर्वाचन क्षेत्र में हार गए थे।
इधर चुनाव आयोग ने कई मामलों में केंद्रीय एजेंसियों की जांच का सामना कर रहे कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार का कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र से नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को बी-फॉर्म जारी करने के दौरान कथित रूप से रिश्वत मांगने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भाजपा की राज्य चुनाव प्रबंधन समिति की संयोजक करंदलाजे ने आरोप लगाया कि शिवकुमार ने रिकॉर्ड में कहा है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए टिकट चाहने वालों से पैसे एकत्र किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कर्नाटक के पूर्व मंत्री के एस ईश्वरप्पा को फोन किया था और पार्टी के प्रति उनके समर्पण की प्रशंसा की थी।
कांग्रेस द्वारा साझा किए गए पीएम मोदी की बातचीत वाले वीडियो में ईश्वरप्पा को प्रधानमंत्री को यह कहते सुना जा सकता है, 'यह बहुत अच्छा लगता है कि आप जैसा नेता मेरे जैसे एक साधारण कार्यकर्ता को फोन कर रहा है।'
पीएम मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'आपने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। मैं आपसे बहुत खुश हूं। इसलिए, मैंने आपसे बात करने का फैसला किया।' पीएम मोदी को यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि वह अगली बार जब भी कर्नाटक आएंगे तो उनसे मिलेंगे।
ईश्वरप्पा ने छठे कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन उनको इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित पार्टी की उम्मीदवारों की सूची से हटा दिया गया था। उन्होंने पीएम मोदी को आश्वासन दिया कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार, शिवमोग्गा नगर निगम में सत्ताधारी पार्टी के स्थानीय नेता चन्नबसप्पा के लिए प्रचार करेंगे।