कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन करने वालों को दो लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट पार्टी फंड के लिए देना होगा। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार ने यह घोषणा की है। कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के आने के बाद और उसमें राहुल गांधी को मिले भारी समर्थन से पार्टी बहुत उत्साहित है। इसी वजह से कांग्रेस टिकट के लिए राज्य में होड़ मच गई है। राज्य में चुनाव 2023 में होंगे।
डीके शिवकुमार ने कहा कि टिकट के लिए आवेदन 5 से 15 नवंबर के बीच मिल जाने चाहिए। आवेदन फॉर्म की कीमत 5,000 रुपये है। पीसीसी अध्यक्ष ने बताया कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदाय के उम्मीदवारों को आवेदन में 50% की छूट होगी। यानी इस समुदाय के लोगों को एक लाख का डिमांड ड्राफ्ट देना होगा।
उन्होंने कहा कि टिकट आवेदन के जरिए मिलने वाले पैसा का इस्तेमाल पार्टी के नए भवन के निर्माण और विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के विज्ञापन के खर्च के रूप में किया जाएगा।
समझा जाता है कि डिमांड ड्रॉफ्ट की मांग इस प्रक्रिया की जल्द शुरुआत और सिर्फ गंभीर आवेदन करने वालों को फ़िल्टर करने के मद्देनजर की गई है। अन्यथा टिकट का आवेदन करने वालों का तांता लग जाता है और हर कोई टिकट की मांग करने लगता है।
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। लेकिन बहुमत के आंकड़े से 9 सीटें कम मिलीं। कांग्रेस को 80 सीटें और जेडीएस को 37 सीटें, अन्य को सिर्फ दो सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने कई सीटें कम अंतर से खो दी थीं।