चार दिन से 'लापता' कर्नाटक बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा का आज जोरदार स्वागत किया गया। एकदम हीरो की तरह। विधायक अपने बेटे को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े जाने और उनके घर से करोड़ों रुपये मिलने के बाद से 'लापता' थे। उनको उच्च न्यायालय से भ्रष्टाचार के उस मामले में गिरफ्तारी से जमानत मिली और इसके बाद विधायक के गृह नगर दावणगेरे में एक नायक की तरह उनका स्वागत किया गया।
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि बड़ी संख्या में उनके समर्थक एकजुट हुए हैं। लोग पटाखे फोड़ रहे हैं और उनकी कार पर फूलों की बारिश की जा रही है। वीडियो में उनके समर्थक उनके समर्थन में नारे लगाते भी दिख रहे हैं। ऑल्ट न्यूज़ के मुहम्मद ज़ुबैर ने इसका वीडियो साझा किया है।
लोकायुक्त अधिकारियों ने चार दिन पहले भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा के बेटे को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। विरुपक्षप्पा दावणगेरे जिले के चन्नागिरी से विधायक हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि एक दिन पहले रिश्वत लेते पकड़े गए विधायक के बेटे के घर की तलाशी के बाद लगभग 6 करोड़ रुपये की नकदी मिली।
लोकायुक्त की उस कार्रवाई में बेंगलुरू जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड यानी बीडब्ल्यूएसएसबी के मुख्य लेखा अधिकारी प्रशांत कुमार को कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड यानी केएसडीएल के कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। इस कंपनी का ही मैसूर संदल साबुन ब्रांड है। विधायक विरुपक्षप्पा केएसडीएल के अध्यक्ष थे। प्रशांत कुमार विरुपक्षप्पा के बेटे हैं।
लोकायुक्त प्रमुख जस्टिस बी एस पाटिल ने शुक्रवार को कहा था, 'पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें रिश्वत देने वाले और उनके कार्यालय में मौजूद तीन लोग शामिल हैं। हमने उनके कार्यालय से 2.02 करोड़ रुपये और आरोपी के आवास से 6.10 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद की है।' इसके साथ ही विधायक के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया गया था। उसके कुछ ही समय बाद ही यूथ कांग्रेस ने राज्य भर में विधायक के "लापता" वाले पोस्टर लगा दिए थे।
मदल विरुपक्षप्पा को इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया, क्योंकि उनके बेटे प्रशांत को उनकी ओर से कथित रूप से रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था।
2008 बैच के कर्नाटक प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रशांत कुमार पर साबुन और अन्य डिटर्जेंट बनाने के लिए आवश्यक कच्चे माल को खरीदने का सौदा करने के लिए एक ठेकेदार से रिश्वत मांगने का आरोप है। उन्होंने कथित तौर पर ठेकेदार से 81 लाख रुपये की मांग की थी, जिसने एक सप्ताह पहले लोकायुक्त से संपर्क किया था। मीडिया रिपोर्टों में वरिष्ठ लोकायुक्त अधिकारी ने कहा था कि कच्चे माल की खरीद के लिए केएसडीएल के अध्यक्ष विरुपक्षप्पा की ओर से पैसा प्राप्त किया गया था और इसके लिए जाल बिछाया गया था।
इस मामले को लेकर अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने पीएम को संबोधित करते हुए पूछा है कि मनीष सिसोदिया के घर से कुछ नहीं मिला, फिर भी उन पर सीबीआई, ईडी की सारी धाराएँ लगाकर गिरफ़्तार कर लिया गया, लेकिन आपकी पार्टी के विधायक के यहाँ इतना कैश मिला उसकी गिरफ़्तारी नहीं?
बीजेपी विधायक के ख़िलाफ़ इस मामले ने इस साल होने वाले चुनावों से पहले बसवराज बोम्मई सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं क्योंकि उनकी सरकार पर अब भ्रष्टाचार के कई आरोप फिर से लगने लगे हैं। पिछले साल, विपक्षी कांग्रेस ने इन आरोपों को उजागर करने के लिए एक अभियान 'PayCM' शुरू किया था कि सत्तारूढ़ भाजपा बिल्डरों, ठेकेदारों और अन्य से 40 प्रतिशत कमीशन वसूल रही है।
बीजेपी का भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव मई में होने हैं। इसके लिए बीजेपी काफी पहले से ही तैयारियों में जुट गई है। क़रीब हफ़्ते भर पहले ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा पर भरोसा जताने की अपील करते हुए कहा था कि बीजेपी ऐसी सरकार देगी, जो राज्य को भ्रष्टाचार-मुक्त करेगी। शाह ने कहा था, 'प्रधानमंत्री मोदी और येदियुरप्पा पर एक बार भरोसा करें, और हम ऐसी सरकार देंगे, जो कर्नाटक को भ्रष्टाचार से मुक्त करेगी और इसे दक्षिण भारत में नंबर-एक राज्य बनाएगी।'