+
सिद्धारमैया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो बीजेपी विधायकों पर FIR

सिद्धारमैया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दो बीजेपी विधायकों पर FIR

बीजेपी विधायकों द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए अब कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने भी उसी तरह की सख्ती करनी शुरू कर दी है जैसे हाल में बीजेपी सरकार करती रही थी। जानें, क्यों एफ़आईआर दर्ज की गई है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर कथित रूप से '24 हिंदुओं की हत्या' का आरोप लगाने वाले एक वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी विधायक हरीश पूंजा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। कुछ इसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए बीजेपी के एक अन्य विधायक और पूर्व मंत्री अश्वथ नारायण के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दर्ज की गई है। अश्वथ नारायण ने 'सिद्धारमैया को ख़त्म करो' वाला बयान दिया था।

हाल के चुनावों में दूसरी बार दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथांगडी से विधायक चुने गए हरीश पूंजा ने 22 मई को बेलथांगडी में एक जीत के जश्न के दौरान विवादास्पद भाषण दिया था। भाषण की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इसमें पूंजा ने हिंदू कार्यकर्ताओं की इसलिए कड़ी आलोचना की कि चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस के लिए प्रचार किया था।

हरीश पूंजा के खिलाफ पुत्तूर टाउन पुलिस थाने में उनके भाषण को लेकर एक शिकायत दी गई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ झूठे आरोप लगाये थे। नगरपालिका पार्षद मोहम्मद रियाज ने एक शिकायत में कहा कि पूंजा ने 22 मई को बेलथांगडी में आरोप लगाया था कि सिद्धारमैया 24 हिंदू कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने शिकायत के साथ घटना का वीडियो भी पुलिस को सौंपा।

पूंजा ने भाषण में कथित रूप से कहा था, 'आपने सिद्धारमैया के लिए वोट मांगा, जिसने 24 हिंदू कार्यकर्ताओं को मार डाला। आपने कांग्रेस के लिए वोट मांगा, जो बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव दे रही है।'

पार्षद ने कहा था कि मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह के आरोप निंदनीय हैं और पुलिस से पूंजा के खिलाफ जांच करने और सख्त कानूनी कार्रवाई करने को कहा है। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कन्नड़ के एसपी डॉ. विक्रम अमाथे ने पुष्टि की कि महिला कांग्रेस कार्यकर्ता नमिता के. पूजारी की शिकायत के आधार पर बेलथांगडी पुलिस स्टेशन में पूंजा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता जयंत कोटियन के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।

शिकायत में विधायक पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने और समाज में शांति भंग करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस ने घटना की निंदा की है और पुलिस से कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

अश्वथ नारायण भी फँसे

बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अश्वथ नारायण भी एक मुश्किल में फँस गए हैं। उनके एक बयान को लेकर उनके खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने सिद्धारमैया को खत्म करो वाला बयान दिया था। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एम लक्ष्मण और मैसूरु जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बी जे विजयकुमार के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मैसूर के देवराजा पुलिस स्टेशन में नई शिकायत दर्ज कराई। इससे पहले इसी साल फरवरी में प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने मल्लेश्वरम पुलिस स्टेशन में अश्वथ नारायण के खिलाफ शिकायत जर्ज कराई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। 

अश्वथ नारायण ने इसी साल फरवरी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोगों से कहा, था 'सिद्धारमैया को खत्म करो।' उन्होंने ऐसा करने के लिए लोगों का आह्वान किया था, जिस तरह से दो वोक्कालिगा सरदारों - उरी गौड़ा और नन्जे गौड़ा - ने 17 वीं शताब्दी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान की हत्या कर दी थी। 

इस पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यह दोनों काल्पनिक पात्र हैं। इसके बाद अश्वथ नारायण ने लगातार कई ट्वीट किए जिसमें उन्होंने अपने बयान को लेकर सफाई दी थी।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें