कर्नाटक: भ्रष्टाचार के आरोपी बीजेपी विधायक आख़िरकार गिरफ्तार
भ्रष्टाचार के आरोप में सोमवार को बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा को आख़िरकार गिरफ्तार कर लिया गया। उनको गिरफ्तारी पूर्व मिली जमानत को हाई कोर्ट ने हाल ही में रद्द कर दिया था। अपने बेटे को रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद मदल विरुपक्षप्पा को कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड (केएसडीएल) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। फिर कुछ दिन तक वह कथित तौर पर लापता हो गए थे।
उनको उच्च न्यायालय से भ्रष्टाचार के उस मामले में गिरफ्तारी से पूर्व जमानत मिली थी तो चार दिन से 'लापता' कर्नाटक बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा सामने आए थे और तब उनका जोरदार स्वागत किया गया था। तब सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में देखा गया था कि बड़ी संख्या में उनके समर्थक एकजुट हुए, पटाखे फोड़े, नारे लगाए और उनकी कार पर फूलों की बारिश की थी।
विरुपक्षप्पा पर अपने बेटे केएएस अधिकारी प्रशांत मदल के माध्यम से रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था।
लोकायुक्त के मुताबिक, बिल पास कराने के लिए 81 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी और विरुपाक्षप्पा के बेटे प्रशांत एमवी को उनके कार्यालय में 40 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा गया था।
तब लोकायुक्त प्रमुख जस्टिस बी एस पाटिल ने कहा था, 'हमने उनके कार्यालय से 2.02 करोड़ रुपये और आरोपी के आवास से 6.10 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद की है।' इसके साथ ही विधायक के बेटे को गिरफ़्तार कर लिया गया था। उसके कुछ ही समय बाद ही यूथ कांग्रेस ने राज्य भर में विधायक के "लापता" वाले पोस्टर लगा दिए थे।
प्रशांत को 2 मार्च को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन मदल विरुपक्षप्पा, जो मुख्य आरोपी थे, ने कर्नाटक उच्च न्यायालय से 5 लाख रुपये के निजी मुचलके पर अंतरिम अग्रिम जमानत हासिल कर ली थी, जिससे वह आज तक गिरफ्तारी से बचने में सफल रहे थे। लेकिन अब जैसे ही हाई कोर्ट ने उनकी जमानत रद्द कर दी, उनको गिरफ़्तार कर लिया गया।
दावणगेरे जिले के चन्नागिरी से विधायक विरुपाक्षप्पा को लोकायुक्त पुलिस ने तुमकुर क्यात्संद्रा टोल के पास पकड़ा।
राज्य में होने वाले चुनाव से पहले बीजेपी पर आरोपी विधायक पर कार्रवाई के लिए ज़बरदस्त दबाव था। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने राज्य में बीजेपी के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार का मुद्दा बना दिया है।
बीजेपी विधायक के ख़िलाफ़ इस मामले ने इस साल होने वाले चुनावों से पहले बसवराज बोम्मई सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं क्योंकि उनकी सरकार पर अब भ्रष्टाचार के कई आरोप फिर से लगने लगे हैं। पिछले साल, विपक्षी कांग्रेस ने इन आरोपों को उजागर करने के लिए एक अभियान 'PayCM' शुरू किया था कि सत्तारूढ़ भाजपा बिल्डरों, ठेकेदारों और अन्य से 40 प्रतिशत कमीशन वसूल रही है।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव मई में होने हैं। इसके लिए बीजेपी काफी पहले से ही तैयारियों में जुट गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा पर भरोसा जताने की अपील करते हुए कहा था कि बीजेपी ऐसी सरकार देगी, जो राज्य को भ्रष्टाचार-मुक्त करेगी। शाह ने कहा था, 'प्रधानमंत्री मोदी और येदियुरप्पा पर एक बार भरोसा करें, और हम ऐसी सरकार देंगे, जो कर्नाटक को भ्रष्टाचार से मुक्त करेगी और इसे दक्षिण भारत में नंबर-एक राज्य बनाएगी।'