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कर्नाटकः बीजेपी घोषणापत्र vs कांग्रेस की गारंटी, शर्ते कोई नहीं बता रहा

कर्नाटकः बीजेपी घोषणापत्र vs कांग्रेस की गारंटी, शर्ते कोई नहीं बता रहा

हर चुनाव में राजनीतिक दल वादे करते हैं लेकिन वादे के समय शर्तें नहीं बताई जातीं। सरकार बनने के बाद वादे पूरे करने में बहाने बनाए जाते हैं। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के चुनावी वादों पर नजर डालिए। बीजेपी का घोषणापत्र तो आज ही जारी हुआ है।

बीजेपी ने आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया, यानी चुनावी वादे बताए। बीजेपी ने कहा कि सत्ता में वापसी पर वो राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) और एनआरसी कानून लागू करेगी। वंचित परिवार को रोजाना आधा लीटर नंदिनी दूध पिलाएगी। कांग्रेस के चुनावी वादे गारंटी के रूप में ज्यादा आक्रामक हैं। लेकिन बीजेपी के वादे कमोबेश वही हैं जो वो बाकी राज्यों में विधानसभा चुनाव के समय करती है। लेकिन शब्द और स्थानीयकरण कर उसे नए रूप में पेश करता है। बीजेपी शासित अभी किसी राज्य में समान नागरिक संहिता कानून और एनआरसी लागू नहीं हो पाया है। जिसमें से सबसे लंबे समय से मध्य प्रदेश और यूपी में उसकी सरकार है लेकिन दोनों ही राज्य बीजेपी मार्का यूसीसी से वंचित हैं। हाल ही में कर्नाटक में अमूल दूध की एंट्री पर विवाद हुआ था, उसके मद्देनजर बीजेपी ने नंदिनी दूध पिलाने का वादा कर डाला है। घोषणा पत्र इस बात पर मौन है कि मुफ्त नंदिनी दूध पाने वाले वंचित परिवारों का फैसला किस आधार पर होगा और परिवार के कितने सदस्यों को नंदिनी दूध मुफ्त मिलेगा। 

कांग्रेस भी समय समय पर कर्नाटक के लोगों से मुफ्त बिजली, बस यात्रा, अन्न योजनाओं की घोषणाएं कर रही है। राहुल गांधी और प्रियंका इन्हें पूरा करने की गारंटी भी दे रहे हैं लेकिन इन वादों की शर्तें नहीं बताई जा रही है। यानी बीजेपी और कांग्रेस के वादों में शर्तों पर स्पष्टता नहीं है। 

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को बेंगलुरु पार्टी मुख्यालय में 10 मई को होने वाले कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र 'प्रजा ध्वनि' जारी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पार्टी के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा मौजूद थे।

पार्टी का घोषणापत्र युवाओं के लिए कल्याणकारी उपायों, बुनियादी ढांचे के विकास और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित है। पार्टी के कुछ प्रमुख चुनावी वादों में एक समान नागरिक संहिता, सालाना तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर और सभी वंचित परिवारों के लिए प्रतिदिन 0.5 लीटर नंदिनी दूध और हर वार्ड में अटल आहार केंद्र शामिल हैं। 

सीएम बोम्मई ने कहा कि घोषणा पत्र राज्य के सर्वांगीण विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' के दृष्टिकोण को देखते हुए बनाया गया है। नड्डा ने डबल इंजन वाली सरकार के लाभ पर रोशनी डाली और पार्टी की उपलब्धियों और महत्वाकांक्षाओं के बारे में बात की।

कुछ प्रमुख चुनावी वादे

  • भाजपा राज्य भर में हर नगर निगम के हर वार्ड में 'अटल आहार केंद्र' स्थापित करेगी। पार्टी 'पोषण' योजना शुरू करेगी जिसके माध्यम से हर वंचित परिवार को प्रतिदिन आधा लीटर नंदिनी दूध और 5 किलो श्री अन्ना-सिरी धान्य मासिक राशन किट के माध्यम से मिलेगा।
  •  विश्वेश्वरैया विद्या योजना की शुरुआत होगी, जिसके तहत राज्य सरकार प्रतिष्ठित व्यक्तियों और संस्थानों के साथ सरकारी स्कूलों के के लिए शीर्ष स्तर के मानकों के लिए भागीदारी करेगी। 'समन्वय' योजना शुरू करने की योजना है जो एसएमई और आईटीआई के बीच सहयोग को बढ़ावा देगी और प्रतिभाशाली युवा पेशेवरों के लिए शिक्षा और रोजगार का एक गतिशील पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करेगी।
  • आईएएस/केएएस/बैंकिंग/सरकारी नौकरियों के लिए कोचिंग करने के लिए छात्रों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करके महत्वाकांक्षी युवाओं के लिए करियर समर्थन प्रदान करेगी।

कांग्रेस के वादे

कर्नाटक के बेल्लारी में राहुल गांधी ने कुछ योजनाओं की गारंटी दी है। जिसमें कर्नाटक की जनता से किए गए कांग्रेस के ये 5 वादे पहली कैबिनेट में पूरे होंगे।

ये वादे हैं -

  •  गृह ज्योति: परिवारों को 200 यूनिट फ्री बिजली
  •  गृह लक्ष्मी: महिलाओं को ₹2,000/माह
  •  अन्न भाग्य: परिवार के हर सदस्य को 10 किलो चावल/माह
  •  युवा निधि: 2 साल तक ग्रेजुएट को ₹3,000/माह, डिप्लोमा होल्डर को ₹1,500 • महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा

  • कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने साढ़े तीन साल से खाली पड़े ढाई लाख पदों पर भर्तियों का भी वादा किया है।

मतदान 10 मई को होगा और उसके पहले तमाम राजनीतिक दल मतदाताओं का वोट हासिल करने के लिए किसी भी तरह की घोषणा कर सकते हैं। 

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