अर्थव्यवस्था को ‘जिंदा’ रखने के लिए कर्नाटक सरकार ने प्रवासियों की ट्रेनें रद्द कीं!
कर्नाटक सरकार ने प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने के लिए रेलवे द्वारा चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इन ट्रेनों को बुधवार को प्रवासियों को लेकर उनके राज्यों में जाना था। प्रवासियों के बड़ी संख्या में राज्य को छोड़कर जाने से येदियुरप्पा सरकार परेशान है।
हालांकि राज्य सरकार ने फ़ैसले के पीछे क्या वजह है, इसे नहीं बताया है। लेकिन माना जा रहा है कि कोरोना संकट के कारण खस्ताहाल हो चुकी अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में प्रवासियों की अहम भूमिका को देखते हुए सरकार ने यह फ़ैसला लिया है। इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने प्रवासियों से राज्य में ही रुकने का अनुरोध किया था।
येदियुरप्पा सरकार ने यह फ़ैसला ऐसे समय में लिया है, जब हज़ारों प्रवासी शहर में फंसे हुए हैं। अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, दक्षिण-पश्चिमी रेलवे ने कहा है कि ट्रेनों के रद्द होने में उसकी कोई भूमिका नहीं है।
प्रवासियों के बड़ी संख्या में बेंगलुरू और राज्य के बाक़ी हिस्सों से जाने को देखते हुए रियल एस्टेट से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री से मुलाक़ात की थी।
कर्नाटक सरकार राज्य के कंटेनमेंट ज़ोन वाले इलाक़ों को छोड़कर बाक़ी जगहों पर आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों को शुरू कर रही है। राज्य सरकार आईटी सेक्टर, कुछ उद्योगों, 15 सरकारी विभागों, कृषि और इससे संबंधित गतिविधियों को चालू करने, ग्रीन और ऑरेंज ज़ोन वाले इलाक़ों में छोटी-मोटी दुकानों को खोलने की अनुमति पहले ही दे चुकी है।