+
कानपुर हिंसा: मुख्य आरोपी गिरफ्तार, PFI के एंगल से भी जांच

कानपुर हिंसा: मुख्य आरोपी गिरफ्तार, PFI के एंगल से भी जांच

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के शहर में होने के बावजूद कानपुर में दो समुदाय कैसे आमने-सामने आ गए। किसने लोगों को भड़काया?

कानपुर में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने एक स्थानीय मुसलिम नेता को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा है इस मुसलिम नेता का नाम हयात ज़फर हाशमी है और वह इस हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता है। 

बता दें कि शुक्रवार को परेड बाजार बंद कराने को लेकर दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए थे और इस दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी।

पुलिस ने इस मामले में 40 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस ने कहा है कि हयात जफर हाशमी मौलाना मोहम्मद जफर अली फैंस एसोसिएशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। हाशमी ने ही शुक्रवार को बाजार बंद कराने का आह्वान किया था। यह आह्वान बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई एक टिप्पणी को लेकर किया गया था।

हाशमी पर आरोप है कि उसने लोगों को भड़काया और इसके बाद पत्थरबाजी की घटना हुई और दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए। इस दौरान हुए पथराव और बवाल में 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं जिनमें दारोगा और कुछ अन्य पुलिस कर्मचारी शामिल हैं। पुलिस हाशमी से लगातार पूछताछ कर रही है।

हाशमी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ कानपुर में हुए प्रदर्शनों में भी शामिल रहा था।

संपत्तियां जब्त होंगी 

उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि जो भी लोग कानपुर में हुए बवाल में शामिल रहे हैं, उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी, उनकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा और उस पर अवैध निर्माण होने की सूरत में उसे ध्वस्त किया जाएगा। 

पुलिस इस मामले में सामने आए तमाम सीसीटीवी वीडियो को खंगाल रही है और हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सिमी का हाथ होने के एंगल से भी जांच की जा रही है।

‘गुनहगारों का साथ नहीं देंगे’

इस मामले में कानपुर शहर के काजी अब्दुल कुद्दूस ने ‘आज तक’ से बातचीत में कहा कि बीजेपी प्रवक्ता ने जो टिप्पणी की है उसके खिलाफ लगातार पूरे मुल्क में प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानपुर में हुई हिंसा के मामले में जो भी अपराधी हैं उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हम लोग बेगुनाहों को छुड़ाने की कोशिश करेंगे लेकिन गुनहगारों का साथ नहीं देंगे।

सोची-समझी साजिश: बीजेपी 

योगी सरकार के पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने दावा किया है कि कानपुर में हुई हिंसा सोची-समझी साजिश का नतीजा है और इसे उस दिन अंजाम दिया गया जिस दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस जिले में ही थे। 

मोहसिन रजा ने कहा कि बवाल में शामिल लोग समाजवादी पार्टी के सदस्य निकलेंगे।  

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें