अंजलि के परिवार और पड़ोस में रहने वाली महिलाओं ने आज 5 जनवरी को कार से घसीटे जाने के मामले की गवाह निधि के आवास पर प्रदर्शन किया। उन्होंने निधि पर असली बात को छिपाने और झूठ बोलने के आरोप लगाए। दिल्ली पुलिस ने अब कहा है कि वो अंजलि की कथित दोस्त निधि का नार्को टेस्ट कराएगी। इस बीच आम आदमी पार्टी ने आज गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि बीजेपी और दिल्ली पुलिस ने मिलकर एक स्टार गवाह को पेश किया और कहानी को घुमाया जा रहा है।
1 जनवरी को घटी इस घटना ने दिल्ली को हिला दिया है। सुल्तानपुरी इलाके में एक कार ने स्कूटी को टक्कर मारी। स्कूटी पर दो लड़कियां थीं। एक लड़की को कार घसीटती हुई करीब 12 किलोमीटर ले गई। लड़की की मौत हो गई, उसका नाम अंजलि था। पीछे बैठी उसकी दोस्त निधि इस घटना के बाद वहां से भाग गई और सीधे घर चली गई। उसने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। निधि ने कल 3 जनवरी को मीडिया को बताया था कि अंजलि और वो न्यू ईयर की एक पार्टी में गए थे। अंजलि ने बहुत शराब पी रखी थी। मैंने उसे स्कूटी चलाने से मना किया लेकिन वो नहीं मानी।
कंझावला से गुरुवार को काफी तादाद में महिलाएं निधि के घर पहुंचे और वहां दिल्ली पुलिस और निधि के घर नारे लगाए। इन महिलाओं में अंजलि के परिवार के लोग और रिश्तेदार भी शामिल थे। महिलाओं ने आऱोप लगाया कि यह बड़ी साजिश थी। निधि सच क्यों नहीं बता रही। वो बार बार बयान बदल रही है और झूठ बोल रही है। इस घटना को रिपोर्ट कर रहे टीवी चैनल के रिपोर्टरों ने जब उन महिलाओं से पूछा कि वो यहां क्यों आई हैं, उन्होंने कहा कि हम निधि से मिलकर सच जानने चाहते हैं। लेकिन पुलिस हमें निधि के घर के अंदर नहीं जाने दे रही है। निधि के घर के बाहर खड़ी पुलिस ने कहा कि वो किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने देंगे। अंजलि के पक्ष से आई महिलाओं ने कहा कि यहां पुलिस निधि की रक्षा के लिए तैनात है, जबकि वो हमारी रक्षा के लिए उपलब्ध नहीं होती है।
कुछ देर बाद कुछ लोगों ने सुल्तानपुरी थाने पर भी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि सभी आरोपियों पर धारा 302 लगाई जाए और निधि को भी गिरफ्तार किया जाए। पुलिस हमें गुमराह कर रही है।
क्या निधि का नार्को टेस्ट होगा
दिल्ली पुलिस ने फिलहाल निधि का नार्को टेस्ट कराने का कोई फैसला नहीं लिया है लेकिन आला अधिकारी संभावना से इनकार भी नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और निधि के बयान आपस में मेल नहीं खा रहे हैं इसलिए टेस्ट कराए जा सकते हैं। पुलिस ने अभी भी निधि को शक के दायरे से दूर रखा है। अंजलि की मां रेखा ने कल 4 जनवरी को निधि पर शक जताया था। उनका कहना था कि वो अंजलि के बारे में गलत बातें बता रही है और सही जानकारी नहीं दे रही है। निधि की यह बात झूठी पाई गई है कि अंजलि ने शराब पी रखी थी। जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शराब पीने की कोई बात सामने नहीं आई है।इस बीच पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की संख्या अब 5 से बढ़ाकर सात कर दी है। उन्होंने कहा कि दो और भी आरोपी हैं।
आप ने फिर लगाए आरोपआम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज 5 जनवरी को दिल्ली पुलिस, एलजी और बीजेपी पर इस केस को लेकर फिर हमला बोला। सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा - बीजेपी नेता को बचाने के लिए पुलिस-बीजेपी ने स्टार विटनेस (गवाह) प्लांट किया। गवाह सरकारी है लेकिन आरोपियों को बचाने के लिए बयान दिए जा रहे कि लड़की (अंजलि) ने खूब शराब पी थी जबकि पोस्टमॉर्टम में आया कि लड़की ने शराब नहीं पी थी। एलजी-पुलिस-बीजेपी कहां हैं जो अपने गवाह को सही बता रहे थे। सौरभ भारद्वाज का इशारा निधि के बयान की तरफ था कि अंजलि ने उस रात बहुत शराब पी रखी थी लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शराब वाली बात सामने नहीं आई।