+
कंझावला केसः अंजलि की मां ने कहा - निधि गलत बातें कह रही है

कंझावला केसः अंजलि की मां ने कहा - निधि गलत बातें कह रही है

कंझावला केस में कार से घसीटने के दौरान मारी गई अंजलि की मां ने बुधवार 4 जनवरी को अंजलि की कथित दोस्त निधि पर गलत बयान देने का आरोप लगाया। अंजलि की मां रेखा ने निधि पर शक जताया और पूछताछ की मांग की है। अंजलि के मामा प्रेम ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच हो। 

कंझावला केस में बुधवार को अंजलि की मां ने अंजलि की दोस्त पर गंभीर आरोप लगाए। अंजलि की मां रेखा ने कहा है कि खुद को अंजलि की दोस्त बताने वाली निधि गलतबयानी कर रही है। निधि सभी गलत बातें कह रही है। अगर निधि मेरी बेटी की सहेली थी, तो उसे अकेला कैसे छोड़ गई? यह सोची समझी साजिश है। इसमें निधि शामिल हो सकती हैं। जांच होनी चाहिए और पांच लोगों को दंडित किया जाना चाहिए। अंजलि की मां रेखा ने यह बात बुधवार 4 जनवरी को न्यूज एजेंसी एएनआई से कही।

अंजलि के मामा प्रेम ने भी निधि पर सवाल उठाया है। प्रेम ने कहा कि निधि और उसके परिवार को घटना के बारे में पहले पुलिस को सूचित करना चाहिए था। निधि से पूछताछ की जाए। वह भी शामिल है। हम मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं, यह छोटा मामला नहीं, दर्दनाक घटना है।

1 जनवरी को घटी इस घटना ने दिल्ली को हिला दिया है। सुल्तानपुरी इलाके में एक कार ने स्कूटी को टक्कर मारी। स्कूटी पर दो लड़कियां थीं। एक लड़की को कार घसीटती हुई करीब 12 किलोमीटर ले गई। लड़की की मौत हो गई, उसका नाम अंजलि था। पीछे बैठी उसकी दोस्त निधि इस घटना के बाद वहां से भाग गई और सीधे घर चली गई। उसने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी। निधि ने कल 3 जनवरी को मीडिया को बताया था कि अंजलि और वो न्यू ईयर की एक पार्टी में गए थे। अंजलि ने बहुत शराब पी रखी थी। मैंने उसे स्कूटी चलाने से मना किया लेकिन वो नहीं मानी। 

अंजलि की मां रेखा ने कहा कि मेरी बेटी शराब नहीं पीती थी। न ही वो घर कभी शराब पीकर आई। निधि के बारे में हमें पता तक नहीं है कि वो अंजलि की दोस्त है। उसे कभी घर पर अंजलि के साथ नहीं देखा। यह बहुत बड़ी साजिश है। जांच होना चाहिए। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी साफ हो गया है कि उसने शराब नहीं पी थी। इस बीच  अंजलि के परिवार के डॉक्टर ने निधि के इन दावों को खारिज कर दिया कि वह घटना की रात बहुत नशे में थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके पेट में शराब का कोई निशान नहीं मिला।

इस सारे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है लेकिन उस संबंध में पुलिस के आला अफसर चुप हैं। जिस रास्ते से लड़की को कार में घसीटा गया, उस समय वहां कहीं भी पुलिस की पीसीआर नहीं थी। अगर पीसीआर रास्ते में होती या गश्त कर रही होती तो उसकी नजर इन पर पड़ती। कुछ राहगीरों ने कार में फंसी लड़की देखी और उन्होंने पीसीआर कॉल भी की थी। लेकिन जैसा कि मीडिया रिपोर्ट में आ रहा है, पुलिस ने दो घंटे बाद उस कार की तलाश शुरू की।

निधि ने कल मंगलवार को पत्रकारों से कहा था कि एक बलेनो कार ने उसके स्कूटी को टक्कर मार दी थी। उसने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि कार ने उन्हें तेज गति से टक्कर मारी, वह एक तरफ़ गिरी और अंजलि कार के अगले हिस्से में गिरी। उसने दावा किया है कि अंजलि बचाने के लिए चीख रही थी और चालक को इसके बारे में पता था। उसने यह भी कबूल किया है कि वह घटना स्थल से भाग गई थी क्योंकि वह डरी हुई थी।

जिस कार से यह घटना हुई, उसमें सवार पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल के रूप में हुई है। एफ़आईआर में पुष्टि की गई है कि कार में सवार लोगों को पता था कि उन्होंने स्कूटी पर एक महिला को टक्कर मारी थी। एफआईआर में यह भी उल्लेख किया गया है कि पाँच में से दो आरोपी, दीपक और अमित, घटना के समय नशे में थे। कार दीपक चला रहा था, जो नशे की हालत में था।

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें