CISF कॉन्सटेबल कुलविंदर कौर के समर्थन में हजारों किसानों का प्रदर्शन
अपनी बहन CISF जवान कुलविंदर कौर के समर्थन में हजारों हजार किसान SSP ऑफिस मोहाली पहुंच रहे हैं !
— Ramandeep Singh Mann (@ramanmann1974) June 9, 2024
अगर सरकार और प्रशासन को रत्ती भर भी शक था कि किसान कौम इस मुश्किल घड़ी में अपनी बहन, अपनी बेटी के साथ नहीं खड़ी होगी तो वो शक इस हजारों की किसानों की भीड़ ने आज बिल्कुल दूर कर दिया है pic.twitter.com/Jge0MeZlpS
हजारों किसानों ने सीआईएसएफ से निलंबित कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर के समर्थन में चंडीगढ़ के पास मोहाली में एसएसपी दफ्तर पर रविवार को प्रदर्शन किया। कुलविंदर पर आरोप है कि उन्होंने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रानौत को थप्पड़ मारा। कुलविंदर को सीआईएसएफ ने फौरन निलंबित कर दिया। हालांकि इस मामले में कुलविंदर का अपना पक्ष है, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।
किसान यूनियनों ने कुलविंदर के साथ हुई नाइंसाफी को आवाज देना शुरू कर दिया है। किसान मजदूर संघर्ष समिति, बीकेयू दोआबा, गन्ना संघर्ष समिति, बीकेयू आजाद, दोआबा किसान समिति आजाद सहित अन्य के सैकड़ों यूनियन सदस्य जब रविवार को प्रदर्शन करने निकले तो कुलविंदर का परिवार उनके साथ था। जिनमें कुलविंदर के माता-पिता के अलावा भाई शेर सिंह प्रमुख हैं।
कंगना के साथ हुई कथित घटना को कोई भी सही नहीं ठहरा रहा है लेकिन कंगना के बयान पर लोग आपत्ति जता रहे हैं और इसी वजह से कुलविंदर के लिए समर्थन भी बढ़ रहा है। इस घटना के बाद कंगना ने कहा था कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है। इससे पहले भी कंगना ने पंजाब के किसानों को आतंकवादी-खालिस्तानी कहा था और प्रदर्शनकारी महिलाओं को सौ-सौ रुपये लेकर प्रदर्शन करने वाली कहा था।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- “हमारा मानना है कि किसी भी सांसद या अभिनेता को दूसरों की माताओं और बहनों के बारे में बुरा बोलने का अधिकार नहीं है। पंजाब सरकार को कंगना रानौत की हरकतों पर संज्ञान लेना चाहिए और उनके खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। इस न्याय मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं, उन लोगों के खिलाफ जो पंजाबियों और किसान आंदोलन के लिए नफरत की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।''
किसानों ने इसे इंसाफ मार्च नाम दिया है। कंगना को थप्पड़ मारने की घटना 6 जून को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हुई थी। कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने आरोप लगाया था कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वालों के ख़िलाफ़ अनाप-शनाप बोला था। एक वीडियो में कॉन्स्टेबल को यह कहते सुना गया कि कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वाली महिलाओं को 100-100 रुपये लेने का आरोप लगाया था और उसमें 'मेरी माँ भी शामिल थी'। इसी को लेकर किसान नेता भी कॉन्स्टेबल के समर्थन में आ गए हैं। राकेश टिकैत ने कहा है, 'हम सब उस परिवार और बेटी के साथ हैं।'
कंगना ने आरोप लगाया था कि जब वह सुरक्षा जांच के बाद बोर्डिंग पॉइंट की ओर बढ़ रही थीं, तो तलाशी क्षेत्र में तैनात सीआईएसएफ की महिला अधिकारी कुलविंदर कौर ने कथित तौर पर उनसे बहस की और उन्हें थप्पड़ मार दिया। कथित थप्पड़ मारने के पीछे किसान आंदोलन के दौरान पंजाब में महिलाओं को लेकर कंगना द्वारा दिया गया बयान माना जा रहा है। खुद कंगना ने वीडियो जारी कर इसकी पुष्टि की है। हालांकि इस बयान में भी वो पंजाब में आतंकवाद फैलने का आरोप लगा रही हैं लेकिन उनका यह आरोप फिजूल और गलत है। क्योंकि पंजाब में आतंकवाद की अब कोई घटना नहीं हो रही है। कंगना का बयान सुनिए-
Shocking rise in terror and violence in Punjab…. pic.twitter.com/7aefpp4blQ
— Kangana Ranaut (Modi Ka Parivar) (@KanganaTeam) June 6, 2024
फरवरी 2021 में अंतरराष्ट्रीय पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के विरोध को लेकर केंद्र पर कटाक्ष करते हुए एक्स पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कहा था, 'हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?'
इस पर कंगना रनौत ने जवाब दिया था, 'कोई भी इसके बारे में बात नहीं कर रहा है क्योंकि वे किसान नहीं हैं, वे आतंकवादी हैं जो भारत को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और इसे यूएसए की तरह एक चीनी उपनिवेश बना सके... बैठ जाओ मूर्ख, हम अपने देश को तुम बेवकूफों की तरह नहीं बेच रहे हैं।' कंगना ने बाद में इस पोस्ट को भी हटा लिया था।