वोटिंग के ठीक पहले सिंधिया ने अपनी सरकार पर ‘हमला’ क्यों बोला?
मोदी कैबिनेट में मंत्री और मध्य प्रदेश की गुना-शिवपुरी सीट से भाजपा के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक बयान खासा चर्चाओं में है। सिंधिया ने यह बयान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में दिया। गुना-शिवपुरी सीट सहित राज्य की कुल 9 सीटों पर तीसरे चरण में 7 मई को वोट डाले जाएँगे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार लोकसभा का चुनाव भाजपा के टिकट पर लड़ रहे हैं। गुना-शिवपुरी की सीट को 2019 और इसके पहले के चुनावों को सिंधिया ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। वे 2002 से 2014 तक गुना-शिवपुरी को लगातार जीतते रहे थे। लेकिन 2019 में करीब सवा लाख वोटों से बीजेपी प्रत्याशी डॉ. केपी सिंह यादव से चुनाव हार गए थे।
सिंधिया शनिवार को प्रचार के लिए अशोकनगर सीट पर पहुंचे थे। यूपी के चीफ़ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ भी मंच शेयर कर रहे थे। सिंधिया ने माइक संभाला। माइक संभालते ही वे फट पड़े। सिंधिया ने कहा, ‘अशोकनगर में खुले आम भ्रष्टाचार हो रहा है। राशन की दुकानों पर भ्रष्टाचार हो रहा है। भू-माफिया जमकर सिर उठा रहा है।’
यह मेरा अपने क्षेत्रवासियों से वादा है कि मैं क्षेत्र में कोई गलत काम नहीं होने दूंगा।
— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) May 4, 2024
हम मिलकर एक भू माफिया और भ्रष्टाचार मुक्त गुना बनाएंगे। pic.twitter.com/wOKzMHV2br
अशोक नगर में भ्रष्टाचार व्याप्त होने का आरोप लगाकर सनसनी फैलाने वाले सिंधिया रुके नहीं। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं उन सभी को (भ्रष्टाचार करने वालों की ओर इशारा) चेतावनी देना चाहता हूं। जब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया रहेगा, कोई भी गलत काम अशोकनगर में होने नहीं दूंगा। हमारे योगी जी सामने हैं, मैं उनसे प्रेरणा लेता हूं। जो पथ उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनाया है, उनका अनुसरण करते हुए अशोकनगर में भी सफाई का झाड़ू मैं लगाऊंगा।’
भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य के बयान से मंच पर मौजूद अशोक नगर भाजपा के चेहरे उड़े नज़र आये। यूपी के सीएम का चेहरा भी आश्चर्यमिश्रित बदलावों से भरा दिखलाई पड़ा।
मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं। ऐसे में सिंधिया का तीखा बयान सीधे-सीधे मध्य प्रदेश की उनकी अपनी भाजपा सरकार के खिलाफ दिखलाई पड़ा।
गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट कुल 8 विधानसभा क्षेत्रों से मिलकर बनी है। इन 8 सीटों में 6- शिवपुरी, पिछोर, कोलारस, गुना, चंदेरी और मुंगावली भाजपा के पास है। जबकि दो सीटें अशोक नगर और बमोरी कांग्रेस के पास है।
सिंधिया को पसंद नहीं करने वाले भाजपा के नेता ऑफ़ द रिकॉर्ड कह रहे हैं, ‘भाई साहब (ज्योतिरादित्य) को क्या हो गया है? यदि उनका इशारा कांग्रेस के विधायक एवं उनके समर्थकों की ओर था तो केवल उन्हीं तक सीमित रहना था। अशोक नगर में माफिया राज तो सरकार की नाकामी को उजागर कर रहा है।’
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर कांग्रेस ने चुटकी लेना शुरू कर दिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के प्रेस एडवाइजर के.के. मिश्रा ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा, ‘भाजपा यूज करके थ्रो करती है। सिंधिया जी को अपनी हार नज़र आ रही है, इसीलिए वे मोदी की तरह बौखलाए हुए हैं। फर्क इतना है कि बौखलाए मोदी उल-जुलूज बातें कर रहे हैं। जबकि सिंधिया ने सच बयां कर दिया है कि मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में माफिया हावी है। मोदी द्वारा भेजा जा रहा 5 किलो अनाज भी मोहन सरकार या भाजपा के लोग जीम जा रहे हैं।’
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोपहर में अशोक नगर में माफिया के हावी होने की बात कही और उधर मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से रेत माफिया द्वारा एक राज्य पुलिस के ए.एस.आई कुचलकर मार देने की लोमहर्षक वारदात शनिवार एवं रविवार की दरमियानी रात हो गई।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे ब्यौहारी थाने में पदस्थ एएसआई महेंद्र बागरी एक आपराधिक मामले में फरार स्थायी वारंटी को पकड़ने बड़ौली गांव गए थे। इसी दौरान खढ़ौली गांव के पास सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्राली को बागरी ने रोकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर उन्हें कुचलता हुआ आगे बढ़ गया। ट्राली रेत से लोड थी।
घटना में बागरी की मौके पर ही मौत हो गई। उनके दो सहयोगियों ने दौड़कर अलग होते हुए अपनी जान बचाई। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मास्टर माइंड की तलाश हो रही है। मास्टर माइंड पर पुलिस ने 30 हजार रुपयों का ईनाम घोषित किया है।
कमल नाथ सरकार के खिलाफ भी खोला था मोर्चा
ज्योतिरादित्य सिंधिया जब कांग्रेस में थे, तब उन्होंने अपने ही दल की मध्य प्रदेश की कमल नाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। सिंधिया ने कहा था, ‘चुनाव में किए गए वादे पूरे नहीं हुए तो वे जनता के लिए ‘सड़क पर उतर’ जायेंगे।’
सिंधिया के बयान पर कांग्रेस में खूब रार हुई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा दिया था, ‘सड़क पर उतर जायें।’ इसके बाद सिंधिया ने 2020 में अपने साथी विधायकों के साथ भाजपा में जाकर कांग्रेस की कमल नाथ सरकार को गिरा दिया था।