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झारखंड में 43 सीटों पर 65% वोटिंग, 10 राज्यों में उपचुनाव भी हुए

झारखंड में 43 सीटों पर 65% वोटिंग, 10 राज्यों में उपचुनाव भी हुए

झारखंड में बुधवार को पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो गया। अगले और अंतिम चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा। 10 राज्यों में उपचुनाव भी हुए।

झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए बुधवार को पहले चरण का मतदान हुआ। 43 विधानसभा सीटों के लिए शाम पाँच बजे तक 64.86 फीसदी वोट डाले गए। इससे पहले दोपहर बाद 3 बजे तक लगभग 59% मतदान दर्ज किया गया था। 43 निर्वाचन क्षेत्रों में 17 सामान्य सीटें, 20 अनुसूचित जनजाति के लिए और छह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। शेष 38 सीटों पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा।  

झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ ही बुधवार को 10 राज्यों की 31 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र में भी उपचुनाव हुआ, जहां से कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने पहली बार चुनावी मैदान में कदम रखा। राजस्थान में सात, पश्चिम बंगाल में छह, असम में पांच, बिहार में चार, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश में दो और छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल और मेघालय में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुए। केरल, पंजाब और उत्तर प्रदेश की 14 अन्य विधानसभा सीटों पर उपचुनाव महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ 20 नवंबर को होंगे।

राजस्थान में 64% मतदान

राजस्थान में बुधवार को सात विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 64 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। रामगढ़ में सबसे अधिक 71.45% मतदान हुआ, उसके बाद खींवसर में 71.04% और चौरासी में 68.55% मतदान हुआ। सलूम्बर में 64.19%, देवली-उनियारा में 60.61%, झुंझुनू में 61.8% और दौसा में सबसे कम 55.63% मतदान हुआ।

इधर, झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 43 सीटों पर 73 महिलाओं समेत कुल 638 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में, हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 30 सीटें जीती थीं, भारतीय जनता पार्टी ने 25 और कांग्रेस ने 16 सीटें हासिल की थीं। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद झामुमो, कांग्रेस और राजद के गठबंधन ने सरकार बनाई और हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने।

पहले चरण के प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में सरायकेला, रांची, जमशेदपुर पश्चिम, जगन्नाथपुर और जमशेदपुर पूर्व शामिल हैं। जमशेदपुर पश्चिम में सबसे अधिक 28 उम्मीदवार हैं, जबकि सबसे कम, जगन्नाथपुर में, जहां केवल आठ उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।

राज्य में कुल 2.6 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिलाएं हैं। 20 से 29 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 66.84 लाख है, जिसमें 18 और 19 वर्ष की आयु के पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 11.84 लाख है। 

बोले चंपई सोरेन

भाजपा उम्मीदवार चंपई सोरेन ने कहा कि चुनाव में मुख्य मुद्दे "बांग्लादेशी घुसपैठ, बेरोजगारी और सिंचाई" हैं। हालांकि चंपई सोरेन इससे पहले 6 बार विधायक रह चुके हैं लेकिन उन्होंने कभी भी बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा नहीं उठाया। लेकिन चूंकि वो भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा इसी पर चुनाव लड़ रही है तो चंपई सोरेन को भी यह मुद्दा नजर आने लगा। सोरेन ने बुधवार को कहा, "हमें बांग्लादेशी घुसपैठियों से सिद्धो-कान्हो और संथाल की भूमि को बचाना है...इसमें कोई संदेह नहीं है कि बीजेपी झारखंड में सरकार बनाएगी।" 

चंपई सोरेन 2005 से सरायकेला निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। छह बार के विधायक, सोरेन ने बिहार में दो बार और झारखंड में चार बार कार्य किया और झारखंड आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक शिबू सोरेन के साथ निकटता से जुड़े हुए थे। जनवरी 2024 में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद, चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री का पद संभाला। हेमंत सोरेन की वापसी पर चंपई सोरेन झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये. वह सरायकेला सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।

झारखंड में पहले चरण के मतदान के लिए जहां पीएम मोदी ने युवा वोटरों को बधाई दी, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकारिजुन खड़गे ने मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान की अपील की। अलबत्ता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भावुक अपील की। शाह ने कहा- ”आज (बुधवार) पहले रोटी-बेटी-माटी के लिए वोट करें और फिर जलपान करें।”

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