जम्मू-कश्मीर : आतंकवादी हमले में बीजेपी नेता की हत्या, सुरक्षाकर्मी ग़ायब थे

07:40 am Jul 09, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

जम्मू-कश्मीर में एक आतंकवादी हमले में भारतीय जनता पार्टी के नेता शेख वसीम बारी, उनके पिता और भाई मारे गए हैं। कहा जा रहा है कि सुरक्षा में भारी चूक हुई है। बीजेपी नेता को सुरक्षा गार्ड दिए गए थे, लेकिन हमले के दौरान कोई भी मौजूद नहीं था। एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि गार्डों को ड्यूटी में देरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और जाँच शुरू कर दी गई है। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि वे ड्यूटी की लापरवाही और जीवन की सुरक्षा में विफलता के लिए उनके ख़िलाफ़ सख्त स्टैंड ले रहे हैं।

बांदीपोरा ज़िले में ये तीनों लोग एक दुकान के पास बैठे थे जब आतंकवादियों ने उन पर हमला किया। तीनों को बुरी तरह घायल स्थिति में अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। यह हमला एक पुलिस थाने के पास ही हुआ था। 

एनडीटीवी के मुताबिक़, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मरहूम वसीम शेख के परिजनों को सांत्वना संदेश दिया है और पूरे मामले की विस्तृत जानकारी माँगी है। 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस वारदात की पुष्टि कर दी है। पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि बांदीपोरा में अंधाधुंध गोलीबारी में  वसीम बारी, उनके पिता बशीर अहमद और भाई उमर बशीर घायल हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, वहाँ उनकी मौत हो गई। 

पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा कि इस परिवार की सुरक्षा के लिए 8 सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं, पर वारदात के समय कोई नहीं था। घटना के तुरंत बाद उन्होंने कहा था कि वसीम की सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार निजी सुरक्षा अफ़सरों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए गिरफ़्तार किया जाएगा। हालाँकि अब रिपोर्टें हैं कि कुछ गार्डों को गिरफ़्तार भी किया गया है। 

बीजेपी नेता राम माधव ने इस पर दुख और सदमा जताया है। उन्होंने कहा, 'बीजेपी नेता वसीम बारी और उनके पिता की हत्या पर हतप्रभ हूं। और ऐसा 8 सुरक्षाकर्मियों के बावजूद हुआ। मेरी संवेदनाएं!'

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया, 'आज शाम को बांदीपोर में भाजपा के पदाधिकारियों और उनके पिता पर जानलेवा आतंकी हमले के बारे में सुनकर दुख हुआ। मैं हमले की निंदा करता हूँ। इस दुख की घड़ी में उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। दुख की बात है कि मुख्यधारा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को हिंसक लक्ष्य बनाया जाना बेरोकटोक जारी है।'

पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी ट्वीट किया है और वसीम की हत्या पर दुख व्यक्त किया है। पार्टी ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।