राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस पूरे देश में नफरत और हिंसा फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को चुनाव से पहले ही राज्य का दर्जा मिल जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि वह सरकार पर दबाव डालेंगे कि स्टेटहुड मिल जाए और वह ऐसा करके रहेंगे।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, 'वे जहां भी जाते हैं, जातियों, धर्मों, राज्यों और भाषाओं के बीच विभाजन पैदा करते हैं और संघर्ष भड़काने की कोशिश करते हैं।' उन्होंने कहा कि इन्होंने यही काम जम्मू-कश्मीर में किया, लेकिन इनका ये प्रोजेक्ट अब फेल होगा, अब हम यहां सभी को एकसाथ लेकर आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहाड़ी और गुज्जर समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की है और दावा किया कि पार्टी की यह कोशिश विफल हो जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा, 'नफरत को सिर्फ मोहब्बत से काटा जा सकता है। एक तरफ नफरत फैलाने वाले लोग हैं और दूसरी तरफ मोहब्बत की दुकान खोलने वाले लोग हैं। नफरत को सिर्फ प्यार से ही खत्म किया जा सकता है।'
राहुल ने कहा कि कांग्रेस सबको साथ लाकर और सबको उनका हक दिलाकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि उनके लिए सभी बराबर हैं और वे किसी को पीछे नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि लोग जो भी चाहते हैं और जो भी काम वे उनसे करवाना चाहते हैं, वे संसद में किसी भी मुद्दे को उठाने के लिए तैयार हैं और जम्मू-कश्मीर के लोगों को बस उन्हें निर्देश देने की जरूरत है।
राहुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद विपक्ष को मजबूती मिली है और वे सरकार के 'जनविरोधी' कानूनों और नीतियों के खिलाफ एकजुट हैं।
राहुल गांधी ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने अपना आत्मविश्वास खो दिया है और यह उनके चेहरे पर साफ झलक रहा है। हमने उनके मनोविज्ञान पर असर डाला है और अब वे पहले जैसे नहीं रहे।'
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन ने नफरत या हिंसा का सहारा नहीं लिया, बल्कि उसने भाजपा के एजेंडे का मुकाबला प्रेम और करुणा से किया। राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेशों को अक्सर राज्य बना दिया जाता है या राज्यों को नए राज्यों में विभाजित कर दिया जाता है, लेकिन इतिहास में यह पहली बार है कि जम्मू और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया है।
राहुल ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में बेरोजगारी फैला रखी है। ये केवल देश के दो-तीन अरबपतियों को फायदा पहुंचाते हैं। एक तरफ मोदी सरकार ने चंद अरबपतियों का 16 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया। दूसरी तरफ नोटबंदी और गलत जीएसटी लागू कर छोटे व्यापारियों और एमएसएमई को ख़त्म कर दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि आज देश में कहीं भी रोजगार नहीं बन पा रहे हैं।'
राहुल गांधी के साथ रैली को संबोधित करने वाले नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'ये लड़ाई बीजेपी -आरएसएस द्वारा फैलाई जा रही नफ़रत के ख़िलाफ़ है। वे लोगों को आपस में लड़ाकर सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन इसमें वो फेल हो रहे हैं। कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस ने इन नफ़रती ताकतों को हराने के लिए ही गठबंधन किया है। नफ़रत ने हमें बहुत नुक़सान पहुंचाया है। हम सब एकजुट होकर ही इन नफ़रती ताकतों को हरा सकेंगे। 25 तारीख़ को हमें अपने घरों से निकलकर कांग्रेस को वोट देना है और नफरत को हराना है।'