भारतीय सेना ने किया सीमा पार चार आतंकवादी ठिकानों पर हमला

02:43 pm Oct 20, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

भारतीय सेना ने रविवार को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चार आतंकवादी ठिकानों पर आर्टिलरी गन से हमला किया। माना जाता है कि इस हमले में चार से पाँच पाकिस्तानी सेना के जवान मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक नीलम वैली में आतंकवादियों के चार लॉन्च पैड भी तबाह हुए हैं।

ख़बरों के मुताबिक़ भारतीय सेना ने यह जवाबी कार्रवाई सीमा पार से तंगधार क्षेत्र में पाकिस्तान के उस हमले के जवाब में किया है जिसमें दो भारतीय जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की जान चली गई थी। इस हमले में तीन अन्य घायल भी हुए थे। नीलम वैली तंगधार के दूसरी ओर है। भारतीय सेना के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से फ़ायरिंग की आड़ में आतंकवादियों को भारत में भेजने की कोशिश की जा रही है। 

मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बिना उकसावे के सीमा पार से फ़ायरिंग होने के बाद भारतीय सेना ने भी मुँहतोड़ जवाब दिया। इस हमले में आतंकवादियों के लॉन्च पैड और इनको सुरक्षा दे रहे पाकिस्तानी सेना के पोस्ट को निशाना बनाया गया। सूत्रों के अनुसार, सेना ने कहा है कि यदि सीमा पार से पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों को शह देना जारी रखती है तो भारतीय सेना के पास ऐसे जवाबी हमले का अधिकार है।

सीमा पार आतंकवादी कैंप सक्रिय हैं और आतंकवादी भारत में घुसने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने और क़रीब ढाई महीने की पाबंदी के कारण कश्मीर में ज़्यादा हलचल नहीं रही थी, लेकिन अब पिछले एक हफ़्ते से पोस्टपैड मोबाइल सेवा शुरू हो गई है और पाबंदी में ढील दी जा रही है। इसी बीच आतंकवादियों ने छिटपुट हमले भी शुरू कर दिए हैं। ये आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से घुस रहे हैं।

पिछले एक हफ़्ते में जब से पोस्टपैड मोबाइल सेवा को शुरू किया गया है तब से आतंकियों ने पुलवामा और शोपियाँ में कई हमले किए हैं और तीन लोगों को मार डाला है। सोमवार को ही शोपियाँ में राजस्थान के एक ट्रक चालक को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलवामा में छत्तीसगढ़ के एक मजदूर की हत्या कर दी गई थी और पंजाब के फल लादने वाले चरणजीत सिंह की शोपियाँ में बुधवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हमले में चरणजीत सिंह के मालिक भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।