जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच आख़िरकार सीट बँटवारा हो गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में 90 में से 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 31 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। दोनों दलों ने इसकी औपचारिक घोषणा की। बीजेपी ने आज ही उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है।
दोनों दलों- कांग्रेस और एनसी के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार शाम एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट बंटवारे के समझौते की घोषणा की गई। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि गठबंधन केंद्र शासित प्रदेश की 5 सीटों पर दोस्ताना मुकाबला भी करेगा।
कर्रा ने कहा, 'नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, कांग्रेस 32 सीटों पर, तथा हम 5 सीटों पर मैत्रीपूर्ण लेकिन अनुशासित चुनाव लड़ने पर सहमत हुए हैं।' गठबंधन ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और पैंथर्स पार्टी के लिए भी 1-1 सीट तय की है।
जम्मू-कश्मीर में लगभग एक दशक के बाद 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। यह एक दशक में जम्मू और कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव होगा। केंद्र द्वारा अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद 2019 का चुनाव नहीं हुआ था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह बहुत खुशी की बात है। हमने यहां लोगों को बांटने की कोशिश करने वाली ताक़तों के खिलाफ मिलकर यह अभियान शुरू किया है। इंडिया ब्लॉक का गठन इसलिए किया गया था ताकि हम उन ताकतों से लड़ सकें जो देश को सांप्रदायिक बनाना, बांटना और तोड़ना चाहती हैं।'
उन्होंने कहा, 'आज हमने बातचीत पूरी कर ली है और बहुत अच्छे (और) सौहार्दपूर्ण माहौल में समन्वय पूरा कर लिया है। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर चुनाव लड़ेंगे।'
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भी ऐसे ही विचार रखे। उन्होंने घोषणा की, 'हमने अपनी चर्चा पूरी कर ली है और एक सूत्र पर पहुँच गए हैं... हम साथ मिलकर लड़ेंगे और हम जम्मू-कश्मीर चुनाव जीतेंगे। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस अगली सरकार बनाने के लिए एक साथ आ रहे हैं।' उन्होंने भाजपा पर जम्मू-कश्मीर की आत्मा को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
पिछले कई दिनों से गठबंधन के बीच सीट बँटवारे को लेकर बातचीत चल रही थी। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे गुरुवार को ही श्रीनगर में फारुक अब्दुल्ला के आवास पर पहुँचे थे।
तब अब्दुल्ला ने कहा था कि सौहार्दपूर्ण माहौल में हमारी अच्छी बैठक हुई और गठबंधन पटरी पर है। उस बैठक से पहले राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस गठबंधन बनाएगी, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान की कीमत पर नहीं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था, 'जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल करना हमारी और इंडिया गठबंधन की प्राथमिकता है। हमें उम्मीद थी कि चुनाव से पहले यह हो सकता है, लेकिन ठीक है, चुनाव घोषित हो चुके हैं। यह एक कदम आगे की ओर है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार बहाल किए जाएंगे।'