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यूपी: समाजवादी पार्टी के क़रीबी रियल एस्टेट प्रमोटर के यहां आईटी छापे

यूपी: समाजवादी पार्टी के क़रीबी रियल एस्टेट प्रमोटर के यहां आईटी छापे

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले एक और कारोबारी के घर मंगलवार को छापे मारे गए। जानिए, कौन हैं वह व्यापारी और क्या यह भी राजनीतिक मुद्दा बनेगा। 

आयकर यानी आईटी विभाग दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रियल एस्टेट कंपनी एसीई ग्रुप और उसके प्रमोटर अजय चौधरी के व्यावसायिक परिसरों की तलाशी ले रहा है। चौधरी को समाजवादी पार्टी का क़रीबी बताया जाता है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले इन छापों पर सियासत गर्माने की संभावना है। इससे पहले पीयूष जैन और पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन के यहाँ छापों के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगते रहे हैं।

इसी बीच अब इनकम टैक्स के छापे का यह ताज़ा मामला आया है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया कि आगरा में जूतों का कारोबार करने वाली कंपनियों के परिसरों की भी तलाशी ली जा रही है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ, आयकर विभाग और जीएसटी अधिकारियों द्वारा कई व्यापारियों के परिसरों की तलाशी के बाद से सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी सपा के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है।

पिछले महीने जीएसटी अधिकारियों ने कानपुर और कन्नौज में एक इत्र व्यापारी पीयूष जैन के परिसरों की तलाशी ली थी। विभाग ने कहा था कि कन्नौज के मालिक पीयूष जैन से जुड़े ठिकानों की तलाशी में कुल 197.49 करोड़ रुपये नकद, 23 किलोग्राम सोना और कुछ क़ीमती आपत्तिजनक सामान कथित तौर पर बरामद किए गए थे। बीजेपी के नेताओं ने उस इत्र कारोबारी के संबंध समाजवादी पार्टी से होने का आरोप लगाया। बाद में समाजवादी पार्टी ने उस इत्र कारोबारी के बीजेपी का क़रीबी होने का दावा किया।

इस बीच इस तरह के आरोप लगाए जाने लगे कि क्या वह कार्रवाई ग़लत पहचान का मामला है। इन्हीं आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की सफ़ाई आई और उन्होंने कहा कि वह पैसा बीजेपी का नहीं है। 

बीजेपी ने आरोप लगाया था कि यह पीयूष जैन थे जिन्होंने हाल ही में समाजवादी इत्र लॉन्च किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए पिछले महीने कानपुर में कहा था कि 'नोटों से भरे डिब्बे निकल आए हैं। कानपुर के व्यापारी इस धंधे को अच्छी तरह समझते हैं। 2017 से पहले भ्रष्टाचार का जो इत्र उन्होंने पूरे उत्तर प्रदेश में छिड़का था उसे सभी देख सकते हैं।'

बीजेपी के इन आरोपों पर अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के पुष्पराज जैन के साथ व्यापारी पीयूष जैन को घालमेल कर दिया था। उन्होंने कहा कि पुष्पराज जैन ने उनकी पार्टी के नाम पर इत्र लॉन्च किया था। पीयूष जैन के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ग़लती से अपने ही व्यवसायी पर छापा मार दिया।

इन आरोप-प्रत्यारोपों के बीच इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन के घर और दफ्तरों पर आयकर विभाग ने दो दिन बाद ही छापेमारी कर दी। पुष्पराज वही शख्स हैं जिन्होंने कुछ महीने पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथों समाजवादी परफ्यूम लांच कराया था। 

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