यूएन महासचिव के बयान पर इजराइल तिलमिलाया, इस्तीफा मांगा, बैठक रद्द
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला ऐसे ही नहीं कर दिया। इस बयान से इजराइल खासा तिलमिलाया।,हारेत्ज अखबार का कहना है कि इसके बाद इजराइली मंत्रियों और नेसेट सदस्यों ने यूएन विरोधी बयानबाजाी शुरू कर दी। इजराइल ने यूएन महासचिव से कहा- उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके बाद इजराइल के वित्त मंत्री एली कोहेन ने गुतारेस के साथ अपनी बैठक रद्द कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने दबाव बनाकर बंधक परिवारों के साथ यूएन महासचिव के साथ होने वाली बैठक भी रद्द करा दी।
The @UN Secretary-General, who shows understanding for the campaign of mass murder of children, women, and the elderly, is not fit to lead the UN.
— Ambassador Gilad Erdan גלעד ארדן (@giladerdan1) October 24, 2023
I call on him to resign immediately.
There is no justification or point in talking to those who show compassion for the most…
यूएन में राजदूत गिलाद एर्दान ने ट्विटर पर लिखा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव, जो बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सामूहिक हत्या के अभियान के लिए समझ दिखाते हैं, संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। मैं उनसे तुरंत इस्तीफा देने के लिए कहता हूं। उन्होंने लिखा- "उन लोगों से बात करने का कोई औचित्य या मतलब नहीं है जो इज़राइल के नागरिकों और यहूदी लोगों के खिलाफ किए गए सबसे भयानक अत्याचारों के प्रति दया नहीं दिखाते और उनके पास शब्द हैं।"
इजराइल की पैंतरेबाजी जबरदस्त है। इजराइल पहले से ही यूएन के तमाम अनुरोधों को ठुकराता चला आ रहा है। यूएन की ओर से पिछले दस दिनों से गजा में मानवीय राहत पहुंचाने की गुहार लगाई जा रही थी। यूएन ने इजराइल से अस्पतालों, धार्मिक स्थलों और रिफ्यूजी कैंपों पर हमले नहीं करने को कहा। यूएन ने युद्ध रोकने की अपील की। लेकिन उसकी सारी फरियादें ठंडे बस्ते में चली गईं। अब उसने यूएन महासचिव के बयान की आड़ ले ली है।
यूएन महसचिव गुतारेस ने मंगलवार को कहा था- "हमास ने हमला ऐसे ही नहीं कर दिया। इसके पीछे एक विचार, एक त्रासदी है!" उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीन के लोग लंबे समय से इजराइली कब्जे वाले इलाकों में बदतर जिन्दगी बिता रहे हैं। इजराइल सबसे ज्यादा इसी बात पर बौखलाया है कि यूएन महासचिव भी गाजा में उसके इलाकों को कब्जा मानते हैं। कब्जा शब्द सिर्फ अरब देश और फिलिस्तीन के समर्थक देश इस्तेमाल करते हैं।
यूएन में इजराइली राजदूत एर्दान ने यूएन महासचिव पर हमला बोलते हुए कहा- इजराइल-हमास युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की टिप्पणी से साबित होता है कि वह इजराइल की वास्तविकता से पूरी तरह से अलग हो गए हैं और हमास द्वारा शुरू किए गए रॉकेट हमले को अनैतिक तरीके से देखते हैं। वो नाज़ी हमास आतंकवादियों द्वारा किए गए नरसंहार को विकृत और अनैतिक तरीके से देखते हैं।
गुतारेस के बयान ने इजराइली विदेश मंत्री एली कोहेन को उनके साथ बैठक रद्द करने के लिए उकसाया। कोहेन ने परिषद के सामने एक भाषण दिया जिसमें उन्होंने बंधक बनाए गए इजराइली बच्चों की तस्वीरें दिखाईं।
इजराइल-हमास युद्ध का बुधवार को 19वां दिन है। गजा पट्टी में लगातार इजराइली बमबारी से करीब 6000 लोग अब तक मारे जा चुके हैं। जिनमें फिलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं की तादाद ज्यादा है। 8000 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें वहां इलाज भी नसीब नहीं है। पिछले तीन दिनों से इजराइल गजा में रिफ्यूजी कैंपों को चुन-चुन कर निशाना बना रहा है।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने फिर से गजा में गंभीर मानवीय स्थिति का जिक्र करते हुए फौरन युद्धविराम का आह्वान किया। हालांकि यह अपील बार-बार हो रही है। उन्होंने हमास के हमलों की बी निंदा की, लेकिन बदले में इजरायली प्रतिक्रिया में फिलिस्तीनी नागरिकों के मारे जाने पर चिंता व्यक्त की।
यूएन अधिकारियों ने इज़राइल से गजा में पानी और बिजली बहाल करने का आग्रह किया। साथ ही मानवीय वस्तुओं के आसानी से आने-जाने की अनुमति देने को भी कहा। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा न हुआ तो संघर्ष के बढ़ेगा।