इंदौर मेयर ने चेताया- मॉल में राम मंदिर की प्रतिकृति नहीं लगाई तो...!
यदि इंदौर की दुकानों, रेस्टोरेंटों, मॉलों या ऐसे संस्थानों में राम मंदिर की प्रतिकृति नहीं लगी होगी तो उस संस्थान का बड़ा नुक़सान हो सकता है। खुद शहर के मेयर ने ही यह चेतावनी दी है।
इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का ज़िक्र करते हुए कहा कि दुकानों, रेस्टोरेंटों और मॉलों में राम मंदिर की प्रतिकृति लगाने का आग्रह किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने चेताया, 'यदि इस प्रकार से किसी ने इस राममय उत्सव में अकारण असहयोग किया तो इंदौर की जनता उनको भी जवाब देना जानती है।' उन्होंने कहा कि 'यह रामजी का काम है, यह रामराज्य का काम है। मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को कोई आपत्ति होगी।'
यह बयान भार्गव द्वारा इंदौर के सभी दुकानदारों और मॉल प्रशासन को 15-21 जनवरी तक राम मंदिर की प्रतिकृति स्थापित करने के लिए लिखे जाने के 15 दिन बाद आया है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस संबंध में भार्गव ने सोमवार को मीडिया के सामने यह बयान दिया।
यह कहते हुए कि कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई थी, भार्गव ने सोमवार को कहा, 'हमने शहर के सभी मॉल, रेस्तरां और संस्थानों से राम मंदिर की प्रतिकृतियां लगाने का अनुरोध किया था, अगर 25 दिसंबर से 2 जनवरी तक सांता क्लॉज और क्रिसमस ट्री लगाए जा सकते हैं तो राम मंदिर की प्रतिकृति भी स्थापित की जानी चाहिए। इससे आपको कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'ऐसा करने में किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए और अगर लोग बिना किसी कारण के इस राममय उत्सव में सहयोग नहीं करते हैं, तो इंदौर के लोग जानते हैं कि उन्हें कैसे जवाब देना है।'
मध्य प्रदेश सरकार अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर को मनाने के लिए विभिन्न शहरों में कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
यूपी में रामोत्सव, 22 जनवरी को स्कूल-कॉलेज बंद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राम मंदिर उद्घाटन के मद्देनजर 22 जनवरी को राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है। शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा करने के साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्घाटन समारोह के दिन राज्य भर में शराब की बिक्री नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने 22 जनवरी को सभी सरकारी भवनों को सजाने और इस कार्यक्रम का जश्न मनाने के लिए आतिशबाजी की व्यवस्था करने का भी आह्वान किया है।
अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को राम लला की मूर्ति की प्रतिष्ठा के लिए पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर कार्यक्रम होंगे। इसकी शुरुआत मक्कर संक्रांति से हो जाएगी। राज्य में इसके लिए आठ दिवसीय रामोत्सव मनाने की तैयारी है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आठ दिवसीय रथ यात्रा और कलश यात्रा आयोजित करेगी। प्रदेश के सभी जिलों के गांवों और शहरी निकायों में 14 जनवरी से इसकी शुरुआत हो रही है।
इसके तहत 14 से लेकर 22 जनवरी तक सभी राम मंदिरों, हनुमान मंदिरों और वाल्मीकि मंदिरों में रामकथा, रामायण पाठ, भजन-कीर्तन जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएँगे। रामायण के सुंदरकांड का निरंतर पाठ भी होगा। यह भी निर्णय लिया गया कि प्रभु श्रीराम को वैश्विक आस्था के केंद्र के तौर पर प्रचारित-प्रसारित करने के लिए अयोध्या में देश-विदेश के 18 से ज्यादा रामलीला स्वरूपों का मंचन किया जाए। इसके अतिरिक्त प्रभु श्रीराम को केंद्र में रखकर विभिन्न सांस्कृतिक, पारंपरिक लोक कला व आध्यात्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।