भारतीय पहलवान रवि दहिया फाइनल में, एक और पदक पक्का
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पहलवान रवि दहिया ने भारत के लिए एक और पदक पक्का कर दिया। उन्होंने पुरुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नुरिसलाम सनायेव को 9-7 से हराकर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। इसके साथ ही अब उनको कम से कम एक पदक तो मिलेगा ही। फ़ाइनल जीतने पर वह स्वर्ण पदक के हकदार होंगे। उनके फ़ाइनल में पहुँचते ही सोनीपत के उनके गाँव नाहर में जश्न का माहौल है।
दहिया ने बुधवार सुबह क्वालीफाइंग मैच से ही जीत के अभियान की शुरुआत की। रवि ने सुबह कोलंबिया के पहलवान को 13-2 से हराया था। इसके कुछ देर बाद ही क्वार्टरफाइनल में बुल्गारिया के पहलवान को 14-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। ये दोनों मैच जीतते ही नाहर गांव में जश्न का माहौल गो गया। रवि के पिता राकेश दहिया पेशे से किसान हैं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित अन्य लोगों ने भी रवि कुमार के खेल की जमकर तारीफ़ की है। स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया ने ट्वीट कर लिखा है कि रवि फाइनल में पहुँचे और इसके साथ ही चौथा मेडल पक्का हो गया।
RAVI ADVANCES TO FINAL!!#IND #RaviDahiya advances to the Final of Men’s freestyle 57 Kg by Victory by fall (VFA) against #KAZ Nurislam Sanayev
— SAIMedia (@Media_SAI) August 4, 2021
With this India is guaranteed their 4th medal in #Tokyo2020#Wrestling#Olympics#Cheer4India pic.twitter.com/AnyB1Hld9I
इधर दीपक पुनिया को पुरुषों की 86 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में सेमीफाइनल में अमेरिका के डेविड मॉरिस के ख़िलाफ़ 10-0 से हार का सामना करना पड़ा। पुनिया अब कल कांस्य पदक के लिए खेलेंगे।
इससे पहले दिन में भारतीय मुक्केबाज़ लवलीना बोरगोहेन को बुधवार को हुए मुक़ाबले में हार मिली है। हालांकि वह कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। टर्की की खिलाड़ी ने लवलीना को सेमीफ़ाइनल में हराया। लवलीना बोरगोहेन मूल रूप से असम की रहने वाली हैं। इससे पहले भारत की दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने कांस्य पदक जीता था। उन्होंने चीन की खिलाड़ी बिंग जिआओ को सीधे सेटों में मात दी थी। आज उनके अपने घर पहुँचने पर उनका और उनकी टीमा का जोरदार स्वागत किया गया।
भारतीय गोल्फर अदिति अशोक ने बुधवार को महिला व्यक्तिगत स्पर्धा में शानदार शुरुआत की। पहले राउंड के बाद वह अमेरिका की नेली कोर्डा के साथ दूसरे स्थान पर रहीं।
टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पहला पदक वेटलिफ़्टर मीराबाई चानू ने जीता था। मणिपुर की रहने वालीं मीराबाई चानू ने यह पदक 49 किग्रा वर्ग में जीता था। भारत को वेटलिफ़्टिंग में 21 साल बाद कोई पदक मिला है।