शेयर बाज़ार सोमवार को जब खुला तो फिर से इसने गोता लगाया। सेंसेक्स में 2100 अंकों तक और निफ़्टी में 600 अंकों तक की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले शुक्रवार को तो शेयर बाज़ार में इतनी ज़बरदस्त गिरावट आई थी कि लोअर सर्किट लगाना पड़ा था। शुक्रवार को बाज़ार खुलते ही सेंसेक्स 3000 अंक तक गिर गया था जबकि निफ़्टी 966 अंक गिरकर तीन साल के सबसे निचले स्तर 8,624.05 पर पहुँच गया था। हालाँकि थोड़ी देर बाद शेयर बाजार सुधरा और सेंसेक्स और निफ़्टी ऊपर चढ़े थे। माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के खौफ से शेयर बाज़ार गोते लगा रहा है।
इसके बाद सोमवार को जब सेंसेक्स खुला तो पिछले हफ़्ते के आख़िरी दिन शुक्रवार जैसा ही ट्रेंड दिखा। सेंसेक्स में 2182 अंकों यानी 6.40 फ़ीसदी तक की गिरावट आ गई और यह 31921 अंक पर पहुँच गया। निफ़्टी में भी 615 अंकों की गिरावट आई और यह 9339 पर पहुँच गया। हालाँकि बाद में स्थिति में सुधार आई। दोपहर 12 बजे सेंसेक्स में 1818 अंकों की गिरावट रही और यह 32282 अंकों पर रहा।
शुरुआती कारोबार में इंडसइंड बैंक, हाउसिंग डवलपमेंट फ़ाइनेंस कॉर्पोरेशन यानी एचडीएफ़सी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, टाइटन कंपनी और बजाज फ़ाइनेंस सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ।
कहा तो यह जा रहा है कि कोरोना वायरस के खौफ से शेयर बाज़ार सहमे हुए हैं। लेकिन डॉलर के मुक़ामले रुपये के कमज़ोर होने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लिए गए कुछ फ़ैसले भी इसके लिए ज़िम्मेदार हैं। सोमवार को शुरुआती व्यापार में अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले रुपया 42 पैसा कमज़ोर हुआ और यह 74.17 पर पहुँच गया।