बीजेपी सांसद और डब्ल्यूएफ़आई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बचाव में जो लोग दलीलें दे रहे थे कि यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वालों का ब्यौरा कहाँ है, उन्हें अब तगड़ा झटका लगेगा। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़ बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने वाली सात में से दो महिला पहलवानों ने पुलिस को दी गई शिकायत में कई बार यौन उत्पीड़न किए जाने का ज़िक्र किया है।
रिपोर्ट के अनुसार यौन उत्पीड़न और दुराचार की कई घटनाओं में छेड़छाड़, ग़लत तरीक़े से स्पर्श और शारीरिक संपर्क शामिल हैं। आरोप लगाया गया है कि इस तरह के यौन उत्पीड़न टूर्नामेंट के दौरान, वार्म-अप और यहाँ तक कि नई दिल्ली में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी डब्ल्यूएफआई के कार्यालय में भी किया गया। अंग्रेज़ी अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़, सात में से दो महिला पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
गोल्ड मेडल जीतने वाले बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विनेश फोगट जैसे देश के कुछ शीर्ष पहलवान इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी की शिकायत 21 अप्रैल को दर्ज की गई थी। लेकिन जब पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की, एक POCSO अधिनियम के तहत और दूसरी वयस्क महिला पहलवानों की शिकायतों के आधार पर।
नई दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में 21 अप्रैल को दर्ज की गई दो अलग-अलग शिकायतों (दोनों व्यस्क) में कम से कम आठ घटनाओं का ज़िक्र किया गया है। अख़बार ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि दोनों शिकायतकर्ताओं ने रिकॉर्ड पर रखा है कि कैसे बृजभूषण शरण सिंह ने कथित तौर पर उनके सांस लेने के पैटर्न की जांच करने के बहाने से उन्हें ग़लत तरीक़े से छुआ और यौन उत्पीड़न किया।
महिला पहलवानों ने शिकायत में कहा है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष के रूप में बृजभूषण शरण सिंह के प्रभाव और इससे करियर पर पड़ सकने वाले असर की वजह से उन्होंने इस यौन उत्पीड़न के बारे में पहले बात नहीं की।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अपनी शिकायत में रेसलर 1 ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की कम से कम पांच घटनाओं को दर्ज किया है। एक घटना 2016 में एक टूर्नामेंट के दौरान एक रेस्तरां में हुई थी जब बृजभूषण सिंह ने कथित तौर पर उनकी छाती और पेट को छुआ था। रेसलर 1 ने आरोप लगाया है कि इसी तरह की घटना 2019 में एक अन्य टूर्नामेंट में हुई थी जहाँ सिंह ने एक बार फिर वैसी ही हरकत की थी। उस महिला पहलवान का ही आरोप है कि बृजभूषण सिंह ने 21, अशोक रोड स्थित अपने बंगले में भी उन्हें ग़लत तरीक़े से छुआ। इसी आवास में भारतीय कुश्ती संघ का दफ़्तर भी है।
अंग्रेजी अख़बार की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा था, पहले दिन बृजभूषण ने उनकी सहमति के बिना उनकी जांघों और कंधे को छुआ और जब उन्हें दो दिन बाद डब्ल्यूएफआई कार्यालय में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया तो यह कहते हुए कि वह उसके सांस लेने के पैटर्न की जांच करना चाहते हैं, बृजभूषण ने उनकी छाती और पेट को ग़लत तरीक़े से छुआ।
उन्होंने आरोप लगाया है कि 2018 में एक टूर्नामेंट के दौरान बृजभूषण सिंह ने पहलवान 1 को लंबे समय तक कसकर गले लगाया और एक अन्य टूर्नामेंट के दौरान उस पहलवान को तो झटककर गले से अलग करना पड़ा क्योंकि बृजभूषण का हाथ उनकी छाती के क़रीब था।
दूसरी शिकायतकर्ता रेसलर 2 ने आरोप लगाया है कि जब वह वार्म अप कर रही थीं, तो बृजभूषण सिंह ने 2018 में उसकी सहमति के बिना उनकी जर्सी उठा दी और यह कहते हुए कि वह साँस लेने के पैटर्न की जाँच करना चाहते हैं, उनकी छाती और पेट को छुआ था। पहलवान ने कहा है कि वह इस घटना के बाद परेशान थीं।
इस पहलवान ने आरोप लगाया है कि दूसरी घटना एक साल बाद बृजभूषण सिंह के अशोक रोड स्थित डब्ल्यूएफआई कार्यालय में हुई। उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया है कि जब उन्होंने कार्यालय में प्रवेश किया, तो बृजभूषण सिंह ने कथित तौर पर दूसरों को निकलने के लिए कहा, जिसके बाद उन्होंने कथित तौर पर महिला पहलवान को पकड़ने की कोशिश की।
इंडियन एक्सप्रेस ने ख़बर दी है कि इन दोनों पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपनी शिकायतों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इधर कई फोन कॉल के बावजूद बृजभूषण सिंह टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे। उन्होंने लगातार किसी भी गलत काम करने से इनकार किया है और आरोपों को एक राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा और प्रतिद्वंद्वियों की एक साजिश बताया है।