वीर दास ने कॉमेडी के लिए अंतरराष्ट्रीय एमी अवार्ड जीता

01:51 pm Nov 21, 2023 | सत्य ब्यूरो

वीर दास ने इंटरनेशनल एमी अवार्ड्स 2023 जीता है। उनको यह अवार्ड सर्वश्रेष्ठ अनूठी कॉमेडी के लिए मिला है। 'वीर दास: लैंडिंग' फिलहाल नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रहा है। उन्होंने यह पुरस्कार 'डेरी गर्ल्स - सीज़न 3' के साथ साझा किया। दोनों के बीच मुकाबला बराबरी का था।

विश्व स्तर पर टेलीविजन उत्कृष्टता का सम्मान करने वाले एमी अवार्ड ने कॉमेडी शैली में वीर दास की प्रतिभा का लोहा माना है। इंटरनेशनल एमी अवार्ड्स ने ट्वीट किया, "एक टाई हो गया है! कॉमेडी के लिए अंतरराष्ट्रीय एमी Weirdass Comedy द्वारा निर्मित 'वीर दास: लैंडिंग'/ रॉटन साइंस /नेटफ्लिक्स को।"

वीर दास के साथ ही शेफाली शाह और जिम सर्भ जैसे भारतीय भी अन्य श्रेणियों में नामांकित थे। इस नेटफ्लिक्स विशेष में वीर दास ने राजनीति के चश्मे से भारतीय और अमेरिकी संस्कृतियों के अंतर्संबंध के बारे में बात की। भारत में जन्मे और अमेरिका में पले-बढ़े एक व्यक्ति के रूप में वीर दोनों देशों की संस्कृति को अच्छी तरह से जानते हैं। 

पुरस्कार समारोह से एक दिन पहले वीर दास ने एक क्लिप पोस्ट की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि 'जिस दिन उन्हें आतंकवादी कहा गया, उसी दिन उन्हें अंतरराष्ट्रीय एमी पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया था। उन्होंने लिखा, 'दुनिया गोल है। इसलिए बस धन्यवाद कहना चाहता हूं कि अगर वहां कोई भी कभी अंधेरे में है, तो सूरज की रोशनी तक रुकें, और जान लें कि प्यार आपको ढूंढ लेगा, और दुनिया आपको मौका देगी।'

वीर दास को देश के मौजूदा स्टैंड-अप कॉमेडियनों में अग्रणी लोगों में से एक माना जाता है। वीर दास 100 से अधिक स्टैंड-अप शो में दिखाई दिए हैं और कई स्टैंड-अप स्पेशल में अभी भी काम कर रहे हैं। उन्होंने 15 से अधिक फिल्मों में भी अभिनय किया है।

2021 में वाशिंगटन डीसी के जॉन एफ कैनेडी सेंटर में पेश वीर दास के मोनोलॉग 'टू इंडियाज़' से बड़ा विवाद हो गया था। उन्होंने देश के द्वंद्व पर टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने कोविड-19, वायु प्रदूषण, किसान आंदोलन, क्रिकेट और बलात्कार की घटनाओं जैसे विषयों को उठाया था। 

दो साल पहले कॉमेडियन वीर दास द्वारा अमेरिका में एक कार्यक्रम में भारतीय लोगों के दोहरे चरित्र को बताने पर कुछ लोगों ने उस बयान को 'भारत विरोधी' बताया था।

सोशल मीडिया पर भी इस पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई थी। हालाँकि, कुछ लोगों ने यह भी कहा कि वीर दास ने कार्यक्रम में कुछ भी ग़लत नहीं कहा। तीखा विरोध होने के बाद वीर दास ने एक बयान जारी कर सफ़ाई दी थी कि 'मैं दो भारत से आता हूँ' में उनका उद्देश्य देश का अपमान करना नहीं था। उन्होंने कहा कि उनका इरादा यह बताना था कि देश, अपने ऐसे मुद्दों के बावजूद महान है।

उस वीडियो में वीर दास ने कहा था-

"मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में गैंगरेप करते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम वैजिटेरियन होने में गर्व महसूस करते हैं, लेकिन उन्हीं किसानों को कुचल देते हैं, जो ये वेजिटेबल उगाते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं, जहां बच्चे मास्क लगा कर एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं और मैं उस भारत से आता हूं जहां के नेता बिना मास्क लगाए गले मिलते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं जहां हिंदू, मुसलिम, ईसाई, सिख, पारसी और यहूदी भी हैं और जब हम सभी आसमान में देखते हैं तो हम सभी को एक ही चीज दिखती है- पेट्रोल की क़ीमतें...।"

विवाद उठने के बाद भी वीर दास ने कहा था कि वह जब तक कॉमेडी करते रहेंगे तब तक ऐसा व्यंग्य करते रहेंगे। इसका उनको खामियाजा भी भुगतना पड़ा था। पिछले साल वीर दास का बेंगलुरु का शो रद्द कर दिया गया था। उनके इस शो का हिंदू समूह विरोध कर रहे थे। तब वीर दास ने कहा था कि शो के रद्द किए जाने का कारण नहीं बताया गया था।

दास ने इंस्टाग्राम पर शो के रद्द किए जाने को लेकर एक पोस्ट साझा की थी। उन्होंने लिखा था, 'अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण हम बेंगलुरु शो को आगे बढ़ा रहे हैं। नए विवरण और तिथियाँ जल्द ही। असुविधा के लिए खेद है।'