कुछ लोगों को ‘ख़ुश’ करने के लिए पिता को गिरफ़्तार किया गया: कार्ति

12:49 pm Aug 22, 2019 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने कहा है कि उनके पिता को गिरफ़्तार किया जाना पूरी तरह बदले की भावना से की गई कार्रवाई है और ऐसा सिर्फ़ राजनीतिक कारणों से किया गया है। उन्होंने कहा कि इस क़दम को उठाये जाने की कोई ज़रूरत ही नहीं थी और ऐसा सिर्फ़ कांग्रेस पार्टी और चिदंबरम की छवि को ख़राब करने के लिए किया गया है। कार्ति गुरुवार को चेन्नई से दिल्ली पहुँचे।

कार्ति ने यह भी कहा कि उनके पिता को गिरफ्तार किया जाना किसी टेलीविजन के रियलिटी शो की तरह है और ऐसा सिर्फ़ गंभीर मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए और कुछ लोगों को ख़ुश करने के लिए किया गया है। 

कार्ति ने कहा, ‘यह 2008 का मामला है और इसमें 2017 में एफ़आईआर दर्ज की गई। मेरे घर पर चार बार छापेमारी की गई इतिहास में कोई ऐसा शख़्स नहीं है जिसके वहाँ चार बार छापा मारा गया हो। 20 बार मुझे तलब किया गया और हर बार मैं वहाँ 10-12 घंटे मौजूद रहा।’कार्ति ने कहा कि 11 दिनों के लिए मैं सीबीआई के मेहमान की तरह था। उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 तक भी वे लोग हमारे ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल नहीं कर सके हैं और इसका सीधा मतलब यही है कि इसमें कोई मामला बनता ही नहीं है। 

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा कि पी. चिदंबरम के ख़िलाफ़ बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। सुरजेवाला ने कहा कि चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के ख़िलाफ़ कोई मामला नहीं बनता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी पूरी तरह चिदंबरम के साथ खड़ी है और पार्टी के मुताबिक़ वह पूरी तरह निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि चिदंबरम के ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं है।

सुरजेवाला ने कहा कि न तो एफ़आईआर में चिदंबरम का नाम है और न ही उन पर कोई आरोप है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने विदेशी निवेश की अनुमति दी, उन लोगों की गिरफ़्तारी नहीं हुई और कंपनी जिसमें विदेशी निवेश हुआ, उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं हुई, यह मामला 12 साल पुराना है और इतने साल बाद चिदंबरम की गिरफ़्तारी का क्या औचित्य है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस मामले में मीडिया ट्रायल का ड्रामा बनाने के लिए चिदंबरम को बदनाम किया गया। उन्होंने कहा कि चिदंबरम को गिरफ़्तार करने के लिए कोई आधार नहीं है। एक महिला जो अपनी बेटी की हत्या के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे है, उसके बयान के आधार पर 40 साल से देश की सेवा कर रहे कांग्रेस नेता चिदंबरम को गिरफ़्तार किया जाना समझ से पूरी तरह परे है।