15 से 18 साल के बच्चे कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए 1 जनवरी से कोविन एप पर रजिस्टर कर सकेंगे। केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा है कि बच्चों को इसके लिए स्टूडेंट आईडी कार्ड की ज़रूरत होगी।
ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि शायद सभी बच्चों के पास आधार कार्ड न हों।
कोविन एप के मुखिया डॉ. आरएस शर्मा ने एएनआई को बताया कि एप में एक अतिरिक्त स्लॉट जोड़ा गया है, जिस पर जाकर बच्चे अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस बात का एलान किया था कि केंद्र सरकार अब 15 से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा था कि 3 जनवरी, 2022 से 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी।
निश्चित रूप से कोरोना से बच्चों की सुरक्षा की दिशा में यह एक बड़ा क़दम होगा। क्योंकि बच्चों को वैक्सीन न लगने के कारण उनके संक्रमित होने का ख़तरा ज़्यादा था और इस वजह से बीते दो साल में देश भर में लंबे वक़्त तक स्कूलों को बंद रखना पड़ा था।
प्रधानमंत्री ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें भी प्रीकॉशन डोज लगेगी। इसे बूस्टर डोज नाम नहीं दिया गया है।
मोदी ने कहा था कि देश में 61 फीसदी आबादी को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 90 फीसदी आबादी को एक डोज लग चुकी है। गोवा और हिमाचल प्रदेश में सौ फीसदी वैक्सीन लग चुकी है। उन्होंने कहा था कि भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया।
भारत से पहले यूरोप में कई देशों, अमेरिका, यूएई और न्यूजीलैंड में बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। बीते कुछ दिनों में बड़ी संख्या में बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए हैं, इसके बाद से ही बच्चों को वैक्सीन लगाने की मांग उठ रही थी।