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यूपी के हाथरस में सत्संग में भगदड़ से 116 की मौत, कई घायल

यूपी के हाथरस में सत्संग में भगदड़ से 116 की मौत, कई घायल

उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग में बड़ी दुर्घटना घट गई है। जानिए, आख़िर भगदड़ के बाद क्या है स्थिति।

यूपी के हाथरस में मंगलवार को एक सत्संग कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कम से कम 116 लोगों की मौत हो गयी। बड़ी संख्या में श्रद्धालु घायल हुए हैं। शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया था कि एटा जिला प्रशासन ने 27 लोगों की मौत पुष्टि की, जबकि क़रीब 100 लोगों के घायल होने की बात कही थी। बाद में हाथरस प्रशासन ने भी 50-60 लोगों के मरने की बात कही। हालाँकि इसके बाद भी मरने वालों की संख्या बढ़ने की ख़बरें आती रहीं। मारे गए लोगों में अधिकतर महिलाएँ हैं। मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। 

सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोते-बिलखते रिश्तेदारों और वहाँ कई शवों को लाया जाता हुआ देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है और उनके निर्देश पर घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है। 

यह हादसा हाथरस जनपद क़े सिकंदराराऊ थानाक्षेत्र के फुलरई गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में हुआ। रिपोर्टों के अनुसार सत्संग समापन के बाद भगदड़ से हादसा हुआ। मीडिया रिपोर्टों में अधिकारियों के हवाले से शाम को कहा गया था कि हाथरस जिले में कम से कम 50-60 लोगों की मौत हुई है जबकि एटा में भी 27 लोगों के मरने की ख़बर है। बाद में यह संख्या बढ़ गई।

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा था कि कई घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। एक अनुमान के अनुसार, यहां मेडिकल कॉलेज में कम से कम 150 घायल भर्ती हैं।' हालाँकि बाद में अधिकारियों ने घायलों की संख्या 18 बताई है।

अधिकारियों के अनुसार एक धार्मिक उपदेशक और उनकी पत्नी सत्संग को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उपदेशक दो दशकों से साकार विश्व हरि भोले बाबा के बैनर तले इस तरह के आयोजन करते आ रहे हैं। 

अंग्रेज़ी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने कहा, 'एटा और हाथरस जिलों की सीमा पर स्थित इस आयोजन के लिए अस्थायी अनुमति दी गई थी।'

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, एटा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया, 'हमने सुना है कि 'सत्संग' के दौरान भगदड़ मची थी, लेकिन हमारे पास ज्यादा जानकारी नहीं है।" सत्संग में शामिल हुई एक महिला ने बताया कि यह सत्संग एक स्थानीय गुरु के सम्मान में आयोजित किया गया था और जैसे ही भीड़ जाने लगी, भगदड़ मच गई।

एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने कहा, 'मेडिकल कॉलेज में मरीजों के लिए पर्याप्त बिस्तर नहीं हैं और हमने निजी अस्पतालों से भगदड़ पीड़ितों के लिए बिस्तर खाली करने को कहा है। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं।' पुलिस अधिकारी ने कहा, 'आज सिकंदरा राव में सत्संग में कम से कम 15,000 लोग मौजूद थे। हमें भगदड़ का सही कारण नहीं पता है, लेकिन ज़्यादातर मौतें दम घुटने से हुईं।'

पीएमओ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने हाथरस में हुई दुर्घटना में प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मृतकों के प्रति संवेदनाएँ जताई हैं। उन्होंने कहा है, 'उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सरकार और प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों को हर संभव उपचार एवं पीड़ित परिवारों को राहत उपलब्ध कराएं। INDIA के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि राहत और बचाव में अपना सहयोग प्रदान करें।'

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