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अयोध्या राम मंदिर में भी बांटे गए थे तिरुपति के लड्डू, 13 प्वाइंट्स में पूरा मामला समझिए

अयोध्या राम मंदिर में भी बांटे गए थे तिरुपति के लड्डू, 13 प्वाइंट्स में पूरा मामला समझिए

तिरुपति लड्डू प्रसाद को लेकर चल रहे विवाद में अब अयोध्या के राम मंदिर को भी घसीट लिया गया है। वहां के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का आरोप है कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी तिरुपति लड्डू प्रसाद बांटा गया था। दक्षिण भारत से शुरू हुआ विवाद अब उत्तर भारत में पहुंच गया है। भाजपा इस मामले का राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। इस पूरे विवाद के खास बिन्दुओं को यहां पेश किया जा रहा है।

अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा है कि इस साल की शुरुआत में तिरुपति मंदिर से 'प्रसाद' अयोध्या में भक्तों को वितरित किया गया था। मुख्य पुजारी ने पुष्टि की कि जनवरी में राम मंदिर अभिषेक समारोह या प्राण प्रतिष्ठा के दौरान तिरुपति मंदिर से 300 किलोग्राम लड्डू 'प्रसाद' भक्तों को दिया गया था।

मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के 'प्रसाद' (लड्डू) तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु की कथित चर्बी मिलाये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। दास ने कहा, "अगर प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाई गई तो यह अक्षम्य है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"

दास ने इसे "हिंदू आस्था का मजाक" करार देते हुए मामले की जांच की मांग की और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को कहा है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। इसमें मांग की गई कि आंध्र प्रदेश सरकार मंदिर का नियंत्रण और प्रबंधन हिंदू समाज को सौंप दे। वीएचपी सभी मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की मांग की है। 

इस सारे विवाद को समझने के लिए यहां कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु बताये जा रहे हैं, जिससे आपको पूरा मुद्दा समझ में आ जाएगा।

1. आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने 18 सितंबर को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू का एक वीडियो साझा करके विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि तिरूपति के वेंकटेश्वर मंदिर में पवित्र मिठाइयों - 'तिरुपति प्रसादम' (लड्डू) - में "घी के बजाय पशु चर्बी" का इस्तेमाल किया गया था। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करता है। नारा लोकेश मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे हैं।

2. तिरूपति के लड्डू में "पशु की चर्बी" की मौजूदगी के दावे किए जाने के बाद, एक कथित लैब रिपोर्ट से पता चला कि लड्डू में "बीफ टैलो, मछली का तेल" और अन्य घटिया सामग्री शामिल थी। कथित लैब रिपोर्ट में नमूनों में "लार्ड" (सूअर की चर्बी से संबंधित) की उपस्थिति का भी दावा किया गया है।

3. टीडीपी द्वारा नायडू के इस दावे के समर्थन में एक प्रयोगशाला रिपोर्ट जारी करने के एक दिन बाद कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था, टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने कहा कि बोर्ड उस ठेकेदार को काली सूची में डालने की प्रक्रिया में है जिसने 'मिलावटी घी' की आपूर्ति की थी। 

4. तिरुपति भगवान बालाजी मंदिर को घी सप्लाई करने वाली तमिलनाडु स्थित कंपनी एआर डेयरी भी इस विवाद में फंस गई। टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने पीटीआई को बताया कि "चेतावनी के बाद भी, एआर फूड्स द्वारा भेजे गए चार घी टैंकर प्रथम दृष्टया घटिया क्वॉलिटी के पाए गए।"

5. तमिलनाडु स्थित एआर डेयरी ने कहा कि उनके उत्पाद के नमूनों को इसकी गुणवत्ता प्रमाणित करने के लिए अधिकारियों द्वारा विधिवत मंजूरी दे दी गई है। डिंडीगुल स्थित फर्म ने कहा कि केवल जून और जुलाई के दौरान उसने तिरुमाला मंदिर को घी की आपूर्ति की थी। जब इसकी आपूर्ति की गई थी तब भी इसे विधिवत मान्यता प्राप्त लैब रिपोर्ट के साथ भेजा गया था।

6. टीटीडी अधिकारी ने कहा कि घी परीक्षण के लिए इन-हाउस लैब की कमी ने आपूर्तिकर्ताओं को स्थिति का लाभ उठाने की अनुमति दी। उन्होंने कहा, "हालांकि, एनडीडीबी ने घी में मिलावट परीक्षण उपकरण दान करने की पेशकश की है, जिसकी कीमत 75 लाख रुपये है।"

7. भारत के प्रमुख डेयरी ब्रांड अमूल ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसने टीटीडी को कभी भी अमूल घी की आपूर्ति नहीं की। अमूल ने कहा “यह कुछ सोशल मीडिया पोस्ट के संदर्भ में है जिसमें उल्लेख किया गया है कि अमूल घी तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को आपूर्ति की जा रही थी। हम सूचित करना चाहते हैं कि हमने टीटीडी को कभी भी अमूल घी की आपूर्ति नहीं की है।''

8. कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) की नंदिनी ने 4 सितंबर को घोषणा की थी कि वह "एक बार फिर तिरूपति में सेवा देगी"। इसने एक्स पर पोस्ट किया, "#KMFNandini घी का सार और शुद्धता विश्व प्रसिद्ध तिरुमाला लड्डू प्रसादम में अनुभव किया जा सकता है। हम KMF नंदिनी में उनके विश्वास के लिए TTD प्रबंधन के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं।"

9. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने "प्रसाद को अपवित्र करने की रिपोर्ट" की निंदा की। उन्होंने एक्स पर लिखा- “भगवान बालाजी भारत और दुनिया भर में लाखों भक्तों के लिए एक पूजनीय देवता हैं। यह मुद्दा हर भक्त को आहत करेगा और इस पर गहराई से विचार करने की जरूरत है। भारत भर के अधिकारियों को हमारे धार्मिक स्थलों की पवित्रता की रक्षा करनी होगी।'

10. जगन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। एक्स पर आंध्र के मंत्री नारा लोकेश की पोस्ट ने आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, "YS जगन और YSRCP सरकार को शर्म आनी चाहिए जो करोड़ों भक्तों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं कर सके।" वाईएसआरसीपी ने टीडीपी की सोशल मीडिया टीम पर "एक ही झूठी सामग्री तैयार करके और कई व्यक्तियों को वितरित करके गलत सूचना का एक सुनियोजित अभियान चलाने" का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा, ''यह और कुछ नहीं बल्कि असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की रणनीति है।”

11. आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि टीडीपी "धार्मिक मामलों का राजनीतिकरण कर रही है।" रेड्डी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखेंगे। उन्होंने आगे दावा किया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया है।

12. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने तिरूपति के लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी के कथित इस्तेमाल पर पूरी रिपोर्ट मांगी है।  उन्होंने कहा, "मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से इस मुद्दे के बारे में पता चला। मैंने आज चंद्रबाबू नायडू से बात की और पूरी रिपोर्ट भेजने को कहा। एक बार जब हमें रिपोर्ट मिल जाएगी, तो इसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।" इसके अलावा खाद्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली एजेंसी FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) ने भी आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है।

13. आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने इस घटनाक्रम के बाद कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए एक बोर्ड बनाया जाए, जो इन  सब बातों का ध्यान रखे। हालांकि पवन कल्याण का जैसे ही यह बयान आया, सोशल मीडिया पर उनका एक पुराना वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पवन कल्याण बीफ का समर्थन करते हुए देखे जा सकते हैं। सत्य हिन्दी अपनी तौर पर इस वीडियो के सही या गलत होने के पुष्टि नहीं करता है। यह सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। इसलिए इस रिपोर्ट में भी लगाया जा रहा है।

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