मध्य प्रदेश के नीमच में बीजेपी नेता द्वारा मुस्लिम समझकर बेरहमीपूर्वक पीटने से जैन समुदाय के मंदबुद्धि बुजुर्ग की मौत के आरोपी बीजेपी नेता ने सरेंडर कर दिया। घटना सामने आने के बाद से फरार आरोपी के घर के सामने प्रशासन ने बुलडोज़र खड़ा कर दिया था। आरोपी झगड़ालू प्रवृत्ति और रंगदारी का आदी बताया गया है। आरोपी अपनी पत्नी (बीजेपी की पूर्व पार्षद) से भी आये दिन विवाद किया करता था।नीमच के एसपी सूरज वर्मा ने ‘सत्य हिन्दी’ को बताया मामले के आरोपी दिनेश कुशवाहा ने शनिवार की शाम थाने पहुंचकर स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया है। वर्मा के अनुसार आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस छापामारी कर रही थी। आरोपी हाथ नहीं आ रहा था। आरोपी के परिजन भी हीला-हवाली कर रहे थे। इसके बाद प्रशासन ने शनिवार दोपहर को आरोपी के घर सामने जेसीबी मशीन खड़ी कर दी थी। आरोपी के निर्माण कार्यों की जांच आरंभ की गई थी। जांच के लिए घर के दस्तावेज लिए गए थे।
तमाम जांच-पड़ताल और चेतावनी के बाद आरोपी दिनेश शाम को पुलिस थाने पहुंच गया। स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया। उसने बुजुर्ग से मारपीट स्वीकार करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।एसपी वर्मा ने बताया कि आरोपी दिनेश कुशवाहा 18 मई की रात को करीब 11.30 बजे गुटखा लेने के लिए घर से निकला था। उसने ड्रिंक भी किया हुआ था। दुकानें खुली नहीं मिलीं। आरोपी को बुजुर्ग शख्स मिल गया। आरोपी अपराधी प्रवृत्ति का है। बुजुर्ग से उसने पूछताछ शुरू की। थप्पड़ लगाये। रास्ते से गुजर रहे एक लड़के को अपना फोन देकर वीडियो बनवाया। पिटाई के दौरान बुजुर्ग ठीक से बोल नहीं पा रहे थे।एसपी ने बताया बुजुर्ग शख्स से मो...मो कहा तो आरोपी ने उससे पूछा मोहम्मद? ठीक से आगे व्यक्त करने के पहले आरोपी ने बुजुर्ग को मारने का क्रम तेज कर दिया।
भवंरलाल जैन को मुसलमान समझकर मार डाला गया। आरोपी बीजेपी का नेता है।
आरोपी दिनेश ने अगले दिन वीडियो दोस्त को भेजा। अन्य ग्रुप्स पर आगे बढ़ाया। इसके बाद वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो से ही मृत बुजुर्ग की पहचान हुई। हत्या सहित कई धाराओं में एफआईआर हुई।
पूर्व पार्षद पत्नी से भी करता था झगड़ा
एसपी वर्मा ने बताया आरोपी, बीजेपी की पूर्व पार्षद अपनी पत्नी बीना कुशवाहा से भी आये दिन विवाद करता था। यह खुलासा स्वयं बीना ने पुलिस द्वारा की गई छानबीन और पूछताछ में किया है। आरोपी का मोहल्ले और अन्य क्षेत्रों के लोगों से भी विवाद हुआ करता था। उसे नेतागिरी का शौक था। भाजयुमो में पदाधिकारी भी रहा। भीड़ जुटाना। पुलिस और प्रशासन में शिकायतें करना। जुलूस-जलसे निकालना भी उसकी प्रवृत्ति में शुमार था। हालांकि उसके खिलाफ पुलिस में कोई मामला-मुकदमा पहले कायम नहीं हुआ है।
नीमच पुलिस के कब्जे में आरोपी दिनेश कुशवाहा
नीमच के काछी मोहल्ला में आरोपी का पुश्तैनी घर है। इस घर में वह अपने परिवार और भाई तथा मां के साथ रहता है। एक अन्य भाई दूसरी जगह पर रहता है। आरोपी के दो बच्चे हैं।
यह था पूरा घटनाक्रम
बता दें मनासा में 19 मई को एक वृद्ध का शव मिला था। पुलिस ने मर्ग कायम किया था। सड़क पर मृत मिले वृद्ध का एक वीडियो अगले दिन वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में एक शख्स बेरहमी से पिटाई करता युवक नज़र आया था।वायरल वीडियो को देखकर रतलाम जिले की जावरा तहसील सरसी गांव निवासी राजेश जैन ने मृतक की पहचान की थी। मृतक रतलाम जिले की सबसे बुजुर्ग सरपंच पिस्ताबाई (85 वर्ष) का बेटा और राजेश का बड़ा भाई निकला था। पिस्ताबाई का पूरा परिवार 15 मई को राजस्थान के चित्तौडगढ़ में भेरूजी की पूजा के लिए गया था। यहीं से भंवरलाल जैन लापता हो गए थे। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार
सवालों के जवाब में एसपी सूरज वर्मा ने बताया मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पीएम किया है। पीएम की वीडियो ग्राफी हुई है। मामला संवेदनशील है, इसलिए बारीकी के साथ रिपोर्ट बनाने के लिए डॉक्टरों ने कुछ वक्त मांगा है। सवालों के जवाब में एसपी ने कहा, ‘प्रथम दृष्टया भंवरलाल की मौत पिटाई से होना माना गया है। उनके शरीर पर चोटों के किसी तरह के निशान नहीं मिलने की बात भी एसपी ने कही है।’एसपी का कहना है, ‘पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही भंवरलाल की मौत का अंतिम निष्कर्ष निकल पायेगा। वे 15 मई से लापता हुए थे। उन्होंने कुछ खाया-पीया था अथवा नहीं? भीषण गर्मी की चपेट में तो नहीं आये थे? यह सब भी पीएम रिपोर्ट से स्पष्ट हो पायेगा।’ग्रामीणों ने दिया अल्टीमेटम
मृतक भंवरलाल के गांव के लोगों ने आरोपी दिनेश के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से अनुरोध किया है कि एक निर्दोष और मानसिक रूप से बीमार बुजुर्ग पर कहर बरपाने वाले को कतई ना बख्शा जाये। भले ही वह बीजेपी से जुड़ा है, लेकिन उसे भी ऐसा सबक सिखाया जाये जो नजीर बने।दिनेश के घर को बुलडोज़र चलाकर धराशायी करने की मांग भी ग्रामवासी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने चेताया है कि मंगलवार तक आरोपी का घर नहीं तोड़ा गया तो वे मनासा पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे।उधर मनासा प्रशासन ने बताया है घर आरोपी के पिता के नाम है। वे अब नहीं हैं। आरोपी की मां घर की मालिक हैं। घर का बंटवारा नहीं हुआ है। घर बहुत पुराना है। इन सब वजह से ही प्रशासन बुलडोज़र चलाने की कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।