कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने चीनी सैनिकों के हाथों भारतीय सैनिकों के मारे जाने के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि किस तरह चीन भारत की ज़मीन पर कब्जा करने में कामयाब रहा और क्यों 20 भारतीय सैनिकों को शहादत देनी पड़ी।
सरकार जवाब दे
मुख्य विपक्षी दल की इस नेता ने सरकार पर सवाल करने के साथ ही यह भी कहा कि उनकी पार्टी पूरी तरह से शहीदों के परिजनों के साथ है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री सामने आएं और देश को इन सवालों के जवाब दें।सोनिया गाँधी ने यह भी आश्वासन दिया कि संकट की इस घड़ी में उनकी पार्टी सरकार और देश के साथ खड़ी है।
सोनिया गाँधी ने केंद्र सरकार को लद्दाख संकट के मुद्दे पर घेरते हुए कहा,
“
'जब देश में इस घटना को लेकर ज़बरदस्त गुस्सा है, प्रधानमंत्री को सामने आकर यह बताना चाहिए कि चीन ने हमारी सरजमीं पर कब्जा कैसे किया और 20 सैनिकों की शहादत क्यों हुई?'
सोनिया गाँधी, कार्यकारी अध्यक्ष, कांग्रेस
सोमवार को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। समाचार एजेन्सी एएनआई के मुताबिक, 43 चीनी सैनिक भी इस कार्रवाई में मारे गए। झड़प के दौरान पत्थरों, धातु के टुकड़ों का इस्तेमाल दोनों ओर से किया गया, लेकिन गोली नहीं चली है।
सोनिया ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीनी सैनिकों के जमावड़े और भारतीय इलाक़े पर कब्जा करने के मुद्दे पर सरकार से सवाल किया, 'आज की स्थिति क्या है? क्या हमारे कोई सैन्य अधिकारी या सैनिक अब भी लापता हैं? हमारे कितने अधिकारी और सैनिक गंभीर रूप से घायल हैं?'
उन्होंने सरकार की आगे की रणनीति पर भी सवाल किया और कहा कि सरकार यह तो बताए कि वह आगे क्या करने जा रही है।
“
'चीन ने हमारे कितने हिस्से पर और कहां-कहां कब्जा कर रखा है? इस परिस्थिति से निपटने के लिए सरकार की नीति क्या है?'
सोनिया गाँधी, कार्यकारी अध्यक्ष, कांग्रेस
इसके पहले कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी ने लद्दाख में चीनी घुसपैठ और 20 भारतीय सैनिकों के हताहत होने पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया था। उन्होंने पूछा था कि प्रधानमंत्री क्यों छिप रहे हैं?
उन्होंने ट्वीट किया था, 'पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छिप रहे हैं? अब बहुत हो गया है। हमें यह जानना होगा कि क्या हुआ है। चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी ज़मीन लेने की उसकी हिम्मत कैसे हुई?'