रोज़ाना चार लाख से ज़्यादा नए कोरोना मामलों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और मौजूदा हालत के लिए उसे ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कोरोना पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग भी की है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस के राज्यसभा और लोकसभा सांसदों के साथ वर्चुअल मीटिंग की।
उन्होंने इस बैठक में कहा कि देश में कोरोना से हालात बिगड़ते जा रहे हैं, इस पर काबू पाने के लिए सरकार को ठोस रणनीति अपनानी चाहिए। सोनिया गांधी ने कहा कि सिस्टम नहीं मोदी सरकार फेल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने संसाधनों और शक्ति का सही से इस्तेमाल नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि देश को एक ऐसा राजनीतिक नेतृत्व मिला है जिसकी जनता से कोई सहानुभूति नहीं है।
कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि कई बीजेपी-शासित राज्य सरकारें लोगों को मदद पहुंचाने की बजाय मदद करने वालों पर कार्रवाई कर रही हैं।
राहुल : केंद्र की विफलता से लॉकडाउन की स्थिति
दूसरी ओर, एक दूसरे घटनाक्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख कर कहा है कि सरकार की विफलता के कारण देश एक बार फिर लॉकडाउन के मुहाने पर पहुँच गयाा है।
कांग्रेस के इस पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के पास कोई कोरोना टीकाकरण रणनीति नहीं हैं। सरकार ने उसी समय इस महामारी पर विजय पाने की घोषणा कर दी जब यह वायरस फैल रहा था।
उन्होंने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया कि इस वायरस एवं इसके विभिन्न स्वरूपों के बारे में वैज्ञानिक तरीके से पता लगाया जाए। सभी नए म्यूटेशन के खिलाफ टीकों के असर का आकलन किया जाए और सभी लोगों को तेजी से टीका लगाया जाए।
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि कमजोर तबकों के लोगों को वित्तीय मदद और खाद्य सामाग्री उपलब्ध कराई जाए ताकि लॉकडाउन के कारण गरीबों को उस पीड़ा को न झेलना पड़े जो उन्हें पिछले साल के लॉकडाउन के समय झेलनी पड़ी थी।