बुखार के बाद सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर

04:11 pm Mar 03, 2023 | सत्य ब्यूरो

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को बुखार के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। सर गंगा राम अस्पताल ने एक बयान में कहा है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बुखार हुआ है और उनकी हालत स्थिर है। अस्पताल ने कहा कि वह निगरानी में हैं और उनकी जाँच चल रही है।

अस्पताल के अनुसार सोनिया को गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह चेस्ट मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अरूप बसु और उनकी टीम की देखरेख में हैं।

इस साल यह दूसरी बार है जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जनवरी में सोनिया गांधी को सांस के वायरल संक्रमण के इलाज के लिए दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सोनिया गांधी हाल के दिनों में उस तरह से स्वस्थ नहीं रही हैं। जब कभी वह सार्वजनिक कार्यक्रमों में देखी गईं तब उन्होंने संक्रमण से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती। कांग्रेस के रायपुर अधिवेशन में जब छाता वाला विवाद हुआ था तब अधिवेशन के मंच पर सोनिया गांधी ने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था। तिरंगे को सलामी देते हुए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के क़रीब खड़ीं सोनिया गाँधी को धूप से बचाने के लिए एक शख्स छाता ताने दिखा था। कहा जा रहा है कि उस शख्स ने सोनिया गांधी के स्वास्थ्य की स्थिति को जानते हुए उन्हें कड़ी धूप से बचाने के लिए एक सहज मानवीय पहल की थी। 

रायपुर में कांग्रेस के 85वें पूर्ण अधवेशन में भाग लेते हुए सोनिया ने कुछ ऐसा कह दिया था कि उनकी सेवानिवृत्ति के कयास लगाए जाने लगे थे। 

सोनिया गांधी ने कहा था कि वह खुश हैं कि उनकी पारी भारत जोड़ो यात्रा के साथ खत्म हो रही है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा को पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया था। सोनिया ने पार्टी के तीन दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन 15,000 प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा- भारत जोड़ो यात्रा ने साबित कर दिया है कि भारत के लोग सद्भाव, सहिष्णुता और समानता चाहते हैं। यह यात्रा महत्वपूर्ण मोड़ पर हुई है।

सोनिया गांधी के उस संबोधन के बाद मीडिया रिपोर्टों में ये कयास लगाए जाने लगे कि क्या वह संन्यास लेने का संकेत दे रही हैं। इन्हीं रिपोर्टों के बीच अलका लांबा ने कहा था, 'सोनिया गांधी ने स्पष्ट किया है कि वह राजनीति से संन्यास नहीं ले रही हैं और वह मार्गदर्शक बनी रहेंगी।' जब लांबा यह बोल रही थीं तब सोनिया कांग्रेस के 85वें पूर्ण अधिवेशन में दर्शकों के बीच मौजूद थीं। वह इस बयान पर मुस्कुराती हुई दिखीं।