मुंबई एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर और आर्यन ख़ान मामले की जांच टीम को लीड कर रहे समीर वानखेड़े को क्रूज़ ड्रग्स केस की जाँच से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने हटा दिया है। अब इस केस की जाँच दिल्ली की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी एसआईटी को सौंपी गई है। यह एसआईटी मुंबई ज़ोन के छह मामलों की जांच करेगी जिसमें आर्यन खान केस और इसके अलावा एनसीपी नेता नवाब मलिक के दामाद समीर ख़ान ड्रग केस की जांच भी शामिल है। समीर वानखेड़े पर एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कई संगीन आरोप लगाए थे जिसके बाद से एनसीबी की दिल्ली की एक टीम वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच कर रही है।
शुक्रवार शाम उस समय एनसीबी के मुंबई दफ्तर में हलचल मच गई जब दिल्ली एनसीबी हेड क्वार्टर से एक आदेश आया जिसमें मुंबई ज़ोन के ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को आर्यन ख़ान ड्रग्स केस की जांच से हटा दिया गया। एनसीबी के दिल्ली दफ्तर से आए आदेश में कहा गया है कि समीर वानखेड़े आर्यन ख़ान केस की जांच से दूर रहेंगे, यानी उनको ड्रग्स केस की जांच से हटा दिया गया है। इसके अलावा वानखेड़े महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के नेता नवाब मलिक के दामाद समीर ख़ान के केस की जांच भी नहीं करेंगे।
एनसीबी दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र के डिप्टी डीजी मुथा अशोक जैन ने सत्य हिंदी को बताया कि दिल्ली एनसीबी की एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम कुल 6 मामलों की जांच के लिए गठित की गई है जिसमें आर्यन खान ड्रग्स केस और समीर खान ड्रग्स केस भी शामिल है।
मुथा अशोक जैन ने कहा कि क्योंकि समीर वानखेड़े पर एक राजनीतिक दल के नेता और इसके अलावा आर्यन खान केस से जुड़े हुए कुछ गवाहों ने आरोप लगाए हैं जिसके चलते एनसीबी एसआईटी की टीम समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच कर रही है, यही कारण है कि उनको आर्यन ख़ान की जांच से दूर रखा गया है।
जैन ने कहा कि महाराष्ट्र जोन के कुल 6 मामलों की अब दिल्ली की एसआईटी टीम जांच करेगी, जिसमें आर्यन खान का मामला और 5 अन्य मामले शामिल हैं। यह फ़ैसला दिल्ली एनसीबी के बड़े अधिकारियों ने लिया है।
जैन का कहना है कि दिल्ली एनसीबी की एक टीम आर्यन ख़ान ड्रग्स केस की जांच के लिए कल मुंबई पहुँच रही है।
आर्यन ख़ान केस की जांच से हटाए जाने के बाद मुंबई एनसीबी ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने सत्य हिंदी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा,
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मैं आर्यन ख़ान ड्रग्स केस का जांच अधिकारी था ही नहीं, मैं सिर्फ आर्यन खान ड्रग्स केस की जांच सुपरवाइज कर रहा था। ऐसे में मुझे जांच से हटाने का कोई मतलब ही नहीं बनता है।
समीर वानखेड़े
वानखेड़े ने कहा कि उन्होंने मुंबई हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल भी की है जिसमें उनके ऊपर लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए किसी केंद्रीय एजेंसी की मांग की गयी है। वानखेड़े ने कहा कि अब आर्यन खान ड्रग्स केस की जांच दिल्ली की एसआईटी की टीम करेगी और अगर इस एसआईटी टीम को कोई मदद की ज़रूरत होगी तो वह मुंबई ज़ोनल डायरेक्टर के तौर पर मदद ज़रूर करेंगे।
समीर वानखेड़े ने इसके साथ ही उन अटकलों पर भी विराम लगाते हुए कहा कि उनके मुंबई ज़ोनल डायरेक्टर पद से हटाने की ख़बरें भी अफवाह हैं। वह पहले की तरह मुंबई ज़ोन के एनसीबी के ज़ोनल डायरेक्टर बने रहेंगे।
इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट किया, 'यह सिर्फ़ शुरुआत है। इस सिस्टम को साफ़ करने के लिए बहुत कुछ करना है और हम इसे करेंगे।'
बता दें कि समीर वानखेड़े पर पिछले काफ़ी दिनों से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के बड़े नेता नवाब मलिक आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाकर आईआरएस की नौकरी हासिल करने का भी आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड के बड़े-बड़े फ़िल्म स्टार से अवैध वसूली के आरोप लगाए थे। इसके बाद एनसीबी की दिल्ली की एक एसआईटी वानखेड़े पर लगे आरोप की जांच कर रही है। जबकि मुंबई पुलिस भी आर्यन ख़ान ड्रग्स केस में गवाह रहे प्रभाकर सेल के आरोपों की जांच कर रही है जिसमें उन्होंने समीर वानखेड़े पर किरन गोसावी के ज़रिए अवैध वसूली करने के आरोप लगाए थे।