देश की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के मौक़े पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ उत्तर प्रदेश में आज़ादी के ‘अनजान’ क्रांतिकारियों की खोज करेगा। ‘अनजान’ क्रांतिकारियों से मतलब उन लोगों से है, जिन्होंने देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ी लेकिन उनका जिक्र इतिहास में नहीं हो सका और इस वजह से लोगों को भी उनके संघर्ष के बारे में पता नहीं चला।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ महीने पहले एलान किया था कि देश की आज़ादी के 75 साल पूरे होने के अवसर को ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ नाम से मनाया जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से भी देश भर में आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ के तहत संघ के स्वयंसेवक उत्तर प्रदेश के हर जिले से ऐसे ‘अनजान’ क्रांतिकारियों के बारे में सूचना एकत्र करेंगे, इसके बाद इनके बारे में लोगों के बीच चर्चा की जाएगी और ‘अनजान’ क्रांतिकारियों के बारे में एक किताब भी प्रकाशित की जाएगी।
संघ के अवध प्रांत के सह कार्यवाह संजय ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया कि ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ 19 नवंबर से 16 दिसंबर तक मनाया जाएगा। 19 नवंबर को रानी लक्ष्मी बाई का जन्मदिन है जबकि 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी थी।
उन्होंने कहा कि संघ की ओर से इसी तरह के कार्यक्रम पूरे देश भर में किए जाएंगे। संघ इस दौरान तिरंगा यात्रा भी निकालेगा। इसमें शामिल होने वाले लोग हाथों में तिरंगा लेकर चलेंगे और वंदे मातरम गाएंगे। संजय ने कहा कि संघ अवध प्रांत में अपनी शाखाओं के विस्तार पर भी ध्यान दे रहा है।
नज़दीक हैं चुनाव
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नज़दीक हैं और बीजेपी और संघ परिवार ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। संघ परिवार की भी कोशिश है कि बीजेपी की सत्ता में वापसी हो। इसलिए भी संघ की ओर से तिरंगा यात्रा निकालकर या देशभक्ति से जुड़े कार्यक्रम कर बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि संघ ने उसके कार्यक्रमों का चुनाव से किसी तरह का संबंध होने से इनकार किया है।