फिल्म अभिनेत्री ऋचा चड्ढा एक ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गई हैं। ऋचा चड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने भारतीय सेना का अपमान किया है। ट्वीट को लेकर विवाद होने के बाद उन्होंने माफी मांग ली और कहा कि उनका सेना का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था।
क्या है मामला?
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मंगलवार को कहा था कि भारतीय सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लेने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसे केंद्र सरकार के आदेश का इंतजार है। उनके इस बयान को ट्वीट करते हुए ऋचा चड्ढा ने Galwan Says Hi लिखा था।
ट्वीट के सामने आने के बाद बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि ऋचा चड्ढा ओछे पब्लिसिटी स्टंट के लिए भारतीय सेना का अपमान कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ऋचा चड्ढा कांग्रेस और राहुल गांधी की उपासक हैं और उनके ट्वीट में भारत विरोध की सोच साफ नजर आती है। सिरसा ने मुंबई पुलिस से मांग की कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
उद्धव गुट ने कहा- कार्रवाई हो
शिवसेना के उद्धव गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने भी ऋचा चड्ढा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री से मांग की है कि अभिनेत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। दुबे ने कहा है कि कोई भी अभिनेता व अभिनेत्री जो देश विरोधी ट्वीट करते हों, उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
ट्विटर पर कुछ और लोगों ने भी ऋचा चड्ढा के ट्वीट को लेकर उनकी आलोचना की और कहा कि वह गलवान में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की शहादत का अपमान कर रही हैं। याद दिलाना होगा कि मई 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। शिकायत में ऋचा चड्डा के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की गई है। जिंदल ने मांग की है कि ऋचा चड्डा को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।
नाना को लगी थी गोली
ट्वीट पर विवाद होने के बाद ऋचा चड्ढा ने कहा कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था और अगर उनके द्वारा ट्वीट किए गए 3 शब्दों से कोई विवाद हुआ है और किसी की भावना आहत हुई है तो वह इसके लिए माफी मांगती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके नाना भी फौज में लेफ्टिनेंट कर्नल रहे हैं और 1960 में भारत-चीन के युद्ध के दौरान उनके पांव में गोली भी लगी थी। उनके मामा भी पैराट्रूपर रहे हैं।
ऋचा ने कहा है कि जब किसी परिवार का कोई बेटा देश की रक्षा के लिए शहीद होता है या घायल होता है तो उससे पूरा परिवार प्रभावित होता है और वह व्यक्तिगत रूप से इसे महसूस कर चुकी हैं।