5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने वीडियो संदेश जारी कर अपनी बात कही है। आडवाणी ही वह नेता हैं, जिन्हें राम मंदिर आंदोलन को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने का श्रेय दिया जाता है।
92 वर्ष के आडवाणी ने मंगलवार शाम को अपने संदेश में कहा, ‘जीवन के कुछ सपने पूरे होने में बहुत समय लेते हैं। लेकिन जब वे चरितार्थ होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई। ऐसा ही एक सपना जो मेरे हृदय के समीप है, अब पूरा हो रहा है।’
आडवाणी ने कहा, ‘अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्री राम मंदिर का भूमि पूजन हो रहा है। निश्चय ही यह केवल मेरे लिए ही नहीं, समस्त भारतीय समुदाय के लिए एतिहासिक क्षण है और भावपूर्ण भी।’
वयोवृद्ध नेता आडवाणी ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी का एक स्वप्न रहा है और मिशन भी।
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं विनम्रता का अनुभव करता हूं कि नियति ने मुझे वर्ष 1990 में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा का दायित्व प्रदान किया और इस यात्रा ने असंख्य लोगों की आकांक्षा, ऊर्जा को प्रेरित किया।’
लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे हैं और वे वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से घर पर ही इसका लाइव प्रसारण देखेंगे। इससे पहले इन दोनों बुजुर्ग नेताओं को भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए निमंत्रण देर में दिए जाने की चर्चा तेजी से चली थी।