रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अग्निपथ योजना को व्यापक विचार विमर्श के बाद ही लाया गया है और इसके लिए सेना में रहे पूर्व अफसरों से भी बातचीत की गई थी। बता दें कि इस योजना के खिलाफ देश के कई राज्यों में युवा सड़क पर उतर आए हैं और उन्होंने हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है।
रक्षा मंत्री ने शनिवार को सेनाओं के प्रमुखों के साथ मुलाकात की।
बैठक में तमाम राज्यों में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर गहनता से विचार किया गया। इस मुद्दे पर भी बात हुई कि प्रदर्शनकारी युवाओं को किस तरह समझाया जा सकता है। आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे बैठक में शामिल नहीं हो सके क्योंकि वह एक आधिकारिक दौरे पर हैदराबाद गए हुए हैं।
उधर, इस योजना को लेकर लगातार चौथे दिन विरोध प्रदर्शन जारी है। बिहार में कई जगहों पर फिर हिंसक घटनाएं हुई हैं और उत्तर प्रदेश के जौनपुर, प्रयागराज में भी प्रदर्शन किया गया है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर कहा है कि इस योजना को वापस लिया जाए और इस पर पुनर्विचार किया जाए।
यूपी में बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां
अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस एक्शन में उतर आई है। प्रदेश के कई शहरों से बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां की जा रही हैं।
पुलिस ने शनिवार को बलिया से 109, मथुरा से 70, अलीगढ़ से 31, वाराणसी से 27 और गौतम बुद्ध नगर से 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वाराणसी से 27 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है जबकि 3 पुलिस थानों में 4 एफआईआर दर्ज की गई हैं। नोएडा में 75 नामजद व 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है।
नोएडा में प्रदर्शन के दौरान 9 पुलिसकर्मी और एक बस ड्राइवर घायल हो गए थे।