राजस्थान के हिन्दू नेता की हत्या में 2 शूटर चंडीगढ़ से गिरफ्तार

08:57 am Dec 10, 2023 | सत्य ब्यूरो

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोप में दिल्ली पुलिस और राजस्थान पुलिस के संयुक्त अभियान में दो शूटरों - रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को शनिवार देर रात चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने बताया कि उनके साथ एक और सहयोगी उधम सिंह भी था, जिसे भी पकड़ लिया गया। पुलिस ने मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

जयपुर में 5 दिसंबर को गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई थी। कुछ लोग उनसे मिलने के बहाने पहुंचे और कुछ देर की बातचीत के बाद उन्होंने गोगामेड़ी पर फायरिंग कर दी। जवाब में गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मी ने भी फायरिंग की। इस हमले में एक हमलावर भी मारा गया। गोगामेड़ी की हत्या पर पूरा राजस्थान उबल पड़ा। जगह-जगह प्रदर्शन हुए। राजस्थान पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसआईटी बना दी और दो फरार शूटरों पर पांच लाख का इनाम घोषित कर दिया था।

शनिवार को, राजस्थान पुलिस ने रामवीर जाट को शूटरों रोहित और नितिन को अपनी बाइक पर घटनास्थल से भागने और उन्हें अजमेर रोड पर छोड़ने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। रोहित राठौड़ और नितिन फौजी घटना के बाद मौके से भाग गए थे। पुलिस को उन्हीं की तलाश थी।

गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई से करीबी तौर पर जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस ने कहा कि गोगामेड़ी की हत्या के बाद दोनों शूटर रोहित गोदारा के करीबी सहयोगी वीरेंद्र चौहान के साथ लगातार संपर्क में थे। जिसका नाम कई आपराधिक मामलों में भी था।

शूटर रोहित राठौड़ (दाएं) और नितिन फौजी

शूटरों की हालिया लोकेशन का पता उनके मोबाइल फोन से लगाया गया, क्योंकि वे भागने के दौरान वीरेंद्र चौहान को कॉल कर रहे थे। उन्होंने पुलिस को बताया है कि वे पहले ट्रेन से हिसार गए और फिर उधम सिंह के साथ मनाली गए। वे एक दिन के लिए मंडी में भी रुके। मंडी से जैसे ही वे लोग चंडीगढ़ पहुंचे तो राजस्थान और दिल्ली पुलिस ने उन्हें एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई राजपूत नेता की सनसनीखेज हत्या के बाद राजस्थान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ, जो हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार से भाजपा द्वारा सत्ता छीनने के बाद सत्ता परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। शूटरों को ढूंढने के लिए कई टीमों का गठन किया गया था और पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कोई भी जानकारी देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की थी।