लोकसभा चुनाव में मिली क़रारी हार के बाद बेहद सुस्त दिख रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी अब रफ़्तार पकड़ते दिख रहे हैं। शनिवार को दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की रैली में राहुल गाँधी पुराने जोश में दिखाई दिए और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह पर जोरदार हमले किए। कांग्रेस की ओर से रैली को ‘भारत बचाओ रैली’ का नाम दिया गया है।
शुक्रवार को राहुल गाँधी ने झारखंड में एक चुनावी रैली में आए दिन सामने आ रही बलात्कार की घटनाओं को लेकर मोदी सरकार की योजना ‘मेक इन इंडिया’ का नाम लेते हुए कहा था कि भारत अब ‘रेप इन इंडिया’ हो गया है। उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी सहित बीजेपी की कई महिला सांसदों ने तीख़ी नाराज़गी जताई थी और चुनाव आयोग से मिलकर राहुल के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की बात कही थी।
‘भारत बचाओ रैली’ में इसी बात पर राहुल गाँधी ने कहा कि उनसे माफ़ी माँगने के लिए कहा गया है। लेकिन वह कोई सावरकर नहीं हैं, जो माफ़ी माँग लेंगे। राहुल ने कहा, 'मैं मर जाऊंगा, लेकिन माफ़ी नहीं मांगूगा। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है बल्कि राहुल गाँधी है।' राहुल के इस बयान पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाज़ी की। राहुल ने कहा कि वह सही बयान देने के लिए माफ़ी नहीं माँगेंगे और न ही कोई कांग्रेस का नेता माफ़ी माँगेगा। कांग्रेस सावरकर पर अंग्रेजों से माफ़ी माँगने का आरोप लगाती रही है।
अमित शाह को बताया मोदी का असिस्टेंट
राहुल ने आगे कहा कि माफ़ी तो नरेंद्र मोदी और उनके असिस्टेंट अमित शाह को माँगनी चाहिए, जिन्होंने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। राहुल ने कहा, ‘देश की ताक़त हमारी अर्थव्यवस्था थी, पूरी दुनिया हमारी ओर देखती थी, अलग-अलग धर्मों का देश, अलग-अलग जातियों का देश, मिलकर 9 फ़ीसदी जीडीपी वाला देश आज कैसे चल रहा है।’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के नाम पर झूठ कहा कि कालेधन के ख़िलाफ़ लड़ना है, भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ना है। माताओं-बहनों के घरों से, युवाओं के जेब से पैसे निकाले और लाखों करोड़ रुपये अंबानी और अडानी के हवाले कर दिये। और इसके बाद गब्बर सिंह टैक्स लागू कर दिया।’
रैली में मौजूद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि किसानों की आमदनी दुगुनी कर देंगे, युवाओं को हर साल 2 करोड़ रोजगार देंगे लेकिन अब यह साबित हो गया है कि ये वादे झूठे थे और देश की जनता को गुमराह किया गया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कहा कि भारत एक ऐसे आंदोलन से पैदा हुआ देश है जिसने विश्व के सबसे बड़े साम्राज्य को हराने के लिए अहिंसा और प्रेम की शक्ति का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यह प्रेम, अहिंसा और भाईचारे का देश है।
कांग्रेस की रैली में मौजूद कार्यकर्ता।
कांग्रेस की कोशिश अर्थव्यवस्था की ख़राब हालत, बढ़ती बेरोज़गारी, किसानों की समस्याओं, महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार और नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर मोदी सरकार को घेरने की है।
बीजेपी ने किया पलटवार
राहुल गाँधी के बयान के बाद बीजेपी तुरंत सामने आई और पार्टी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्वीट कर कहा, ‘आपके लिए अधिक उपयुक्त नाम राहुल जिन्ना है। आपकी मुसलिम तुष्टिकरण की राजनीति और मानसिकता आपको सावरकर की नहीं, बल्कि मोहम्मद अली जिन्ना की योग्य वसीयतदार बनाती है।’
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी ट्वीट कर राहुल पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट किया, ‘वीर सावरकर तो सच्चे देशभक्त थे, उधार का सरनेम लेने से कोई गाँधी नहीं होता, कोई देशभक्त नहीं बनता...देशभक्त होने के लिए रगों में शुद्ध हिंदुस्तानी रक्त चाहिए।’ गिरिराज सिंह ने सोनिया, राहुल और प्रियंका की फ़ोटो ट्वीट कर कहा है कि ये तीनों कौन हैं? क्या ये तीनों देश के आम नागरिक हैं?