देश में कोरोना संक्रमण का मामला आने से पहले से ही चेताते रहे राहुल गाँधी ने अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख को पार करने पर कहा है कि मोदी सरकार कहाँ ग़ायब है। वह पहले से ही आरोप लगाते रहे हैं कि सरकार इस वायरस को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाती रही है और इसने पहले से पूरी तैयारी नहीं की।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बेतहाशा बढ़ने पर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। अब कोरोना संक्रमितों की संख्या इतनी ज़्यादा होने पर राहुल ने ट्वीट किया है।
इससे पहले 17 जुलाई को कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख होने पर भी राहुल ने ट्वीट कर आगाह किया था। उन्होंने आज उस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ही नया ट्वीट किया है। 17 जुलाई के ट्वीट में उन्होंने कहा था कि यदि इसी तेज़ी से कोरोना फैलता रहा तो 10 अगस्त तक देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख से ज़्यादा हो जाएगी। हुआ भी यही। हालाँकि 10 अगस्त से काफ़ी पहले ही यह संख्या बीस लाख के पार कर गई।
दरअसल, राहुल इस बात पर ज़ोर देते रहे हैं कि वह कोरोना संक्रमण के बारे में जो आगाह करते रहे हैं क़रीब-क़रीब वैसे ही हालात बन रहे हैं। राहुल ने पहले भी प्रधानमंत्री मोदी के उन दावों को लेकर तंज कसते हुए ट्वीट किया था जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि 'सही समय पर सही फ़ैसले लेने के कारण भारत दूसरे देशों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में है।'
प्रधानमंत्री की 21 दिन में कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ लड़ाई जीतने वाली बात पर भी राहुल ने सवाल खड़े किए थे। उन्होंने एक वीडियो को शेयर किया था। वीडियो के सबसे ऊपरी हिस्से में लिखा था- कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई। इस वीडियो में कोरोना पर प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए कई भाषणों के कुछ अंश लिए गए। वीडियो के बैकग्राउंड में प्रधानमंत्री का भाषण चलता दिखाया गया और इसके ऊपर भारत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को और कैसे देश तीसरे स्थान पर पहुँच गया। वीडियो में प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, 'महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था। आज कोरोना के ख़िलाफ़ युद्ध पूरा देश लड़ रहा है उसमें 21 दिन लगने वाले हैं।... ताली बजाकर के, थाली बजाकर के.... घंटी बजाकर के। ... मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएँ।'
बता दें कि अब देश में कोरोना संक्रमण काफ़ी तेज़ी से फ़ैल रहा है। पहले दस लाख पहुँचने में क़रीब 24 हफ़्ते का समय लगा था जबकि अब सिर्फ़ तीन हफ़्ते में ही 10 लाख संक्रमण के मामले आ गए हैं। हाल के दिनों में संक्रमण की रफ़्तार काफ़ी तेज़ हुई है और अब हर दो दिन में एक लाख संक्रमण के मामले आने लगे हैं। इस मामले में भारत अब भी अमेरिका और ब्राज़ील के बाद तीसरे स्थान पर है। अमेरिका में कोरोना से प्रभावित लोगों की तादाद 50 लाख और ब्राज़ील में 28 लाख से ज़्यादा है।
देश में 30 जनवरी को पहला मामला आया था और 17 जुलाई को कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख पहुँची थी। लेकिन अब गुरुवार यानी छह अगस्त को ही संक्रमितों की संख्या 20 लाख से ज़्यादा हो गई है। देश में संक्रमण बढ़ने की इस रफ़्तार को शुरुआत से देखें तो मामले लगातार बढ़ते हुए दिखते हैं। 30 जनवरी को पहला मामला आने के बाद 31 फ़रवरी तक सिर्फ़ 3 मामले थे। 24 मार्च को जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तब सिर्फ़ 564 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले थे। 31 मार्च तक क़रीब 1400 मामले आए थे। अप्रैल के आख़िर में यह संख्या बढ़कर क़रीब 35 हज़ार के पास पहुँच गई थी।